CG: सरेंडर नक्सली के 3 परिजनों की हत्या, 7 ग्रामीणों को जमकर पीटा, अगवा कर के भी ले गए

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बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के पेद्दाकोरमा गांव में मंगलवार शाम 4 से 5 बजे के बीच नक्सलियों ने एक बार फिर खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर चुके नक्सली नेता दिनेश मोडियम के परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी। मृतकों की पहचान झिंगु मोडियम, सोमा मोडियम और अनिल माड़वी के रूप में हुई है, जो दिनेश के रिश्तेदार थे। इसके अलावा, नक्सलियों ने सात ग्रामीणों को लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए, और कुछ ग्रामीणों को अगवा कर जंगल की ओर ले जाने की बात भी सामने आ रही है ।

घटना का विवरण

सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों ने इस हमले को दिनेश मोडियम को सबक सिखाने के लिए अंजाम दिया, क्योंकि उसने कुछ समय पहले नक्सल संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण किया था। नक्सलियों ने ग्रामीणों पर पुलिस के लिए मुखबिरी का आरोप लगाया और इस क्रूर कार्रवाई को अंजाम दिया। हत्याओं को रस्सी से गला घोंटकर और धारदार हथियारों से किया गया, जिससे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है।


जानकरी के मुताबिक घटना की आधिकारिक पुष्टि के लिए जांच चल रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और अपहृत ग्रामीणों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के लिए यह घटना एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि नक्सलियों की इस कायराना हरकत ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्षेत्र में तनाव और डर

इस हमले के बाद पेद्दाकोरमा गांव और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों में डर व्याप्त है, और कई लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। नक्सलियों की इस बौखलाहट को नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव से जोड़ा जा रहा है। हाल के महीनों में छत्तीसगढ़ में कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, और सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाकर नक्सली नेताओं को निशाना बनाया है।

नक्सलियों की बौखलाहट


पुलिस और प्रशासन का मानना है कि नक्सलियों की यह हिंसक कार्रवाई उनकी कमजोर होती स्थिति का परिणाम है। नारायणपुर और बीजापुर जैसे क्षेत्रों में सड़कों और बुनियादी सुविधाओं के विकास ने नक्सलियों के प्रभाव को कम किया है, जिसके चलते वे ऐसी कायराना हरकतों पर उतर आए हैं।

आगे की कार्रवाई


पुलिस ने अपहृत ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने और दोषियों को पकड़ने के लिए कई टीमें गठित की हैं। साथ ही, क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और पुलिस का सहयोग करने की अपील की है।यह घटना एक बार फिर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की चुनौतियों को उजागर करती है।

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