नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहने वाले लोगों को लिए राहत की खबर सामने आई है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्रों समेत गौतमबुद्ध नगर जिले में 500 इलेक्ट्रिक सिटी बसों का संचालन शुरू होने वाला है। इन इलेक्ट्रिक बसों की लंबाई 9 और 12 मीटर होगी, जो पूरे जिले में अलग-अलग रूटों पर चलेंगी। अधिकारियों ने बताया कि 500 में से 300 इलेक्ट्रिक बसें नोएडा में चलाई जाएंगी।
इसके अलावा ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्रों में 100-100 बसों का संचालन किया जाएगा। बता दें कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से शुरू की जा रही है, जिसमें करीब 675 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
इन दो कंपनियों को चुना गया
इस प्रोजेक्ट के लिए उत्तर प्रदेश अर्बन ट्रांसपोर्ट डायरेक्टोरेट ने वित्तीय बिड आमंत्रित किए। इसमें ट्रैवल टाइम मोबिलिटी और डेलबस मोबिलिटी प्राइवेट एजेंसियों ने सबसे कम बोली लगाई। ऐसे में इन 2 एजेंसियों को चुना गया। अधिकारियों ने बताया कि ट्रैवल टाइम मोबिलिटी ने 9 मीटर की बसों के लिए 54.9 रुपये प्रति किमी (GST को छोड़कर) और डेलबस मोबिलिटी ने 12 मीटर की बसों के लिए 67.99 रुपये प्रति किमी की बोली लगाई।
इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए नोएडा अथॉरिटी, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और YEIDA को मिलाकर एक ज्वाइंट SPV (Special Purpose Vehicle) का गठन किया जाएगा। यह SPV 12 सालों तक इलेक्ट्रिक बसों के सही तरीके से संचालन की देखरेख करेगा। साथ ही यह सुनिश्चित करेगा कि हर एक इलेक्ट्रिक बस एक साल में 72,000 किमी का सफर तय करे। SPV के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक, नोएडा अथॉरिटी इस प्रोजेक्ट की अगुवाई करेगा।
क्या रहेगा रूट और किराया?
इलेक्ट्रिक बसों का किराया SPV के द्वारा तय किया जाएगा। इसके अलावा रूट की बात करें, तो इलेक्ट्रिक बसें 25 मार्गों पर चलाई जाएंगी। इनमें नोएडा में 15 मार्ग, ग्रेटर नोएडा में 7 और YEIDA क्षेत्र में 3 रूट शामिल किए गए हैं। अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि पीक आवर्स में इन रूटों पर 10-15 मिनट के गैप पर बसें चलाई जाएंगी।
जानकारी के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट की लागत का सबसे ज्यादा 48 फीसदी हिस्सा नोएडा अथॉरिटी की ओर से दिया जाएगा, जिसकी वजह से नोएडा SPV के नेतृत्व करेगा। वहीं, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और YEIDA 26 फीसदी योगदान देंगे।
बसों में कितनी सीट होगी?
गौतमबुद्ध नगर जिले में 9 और 12 मीटर की 500 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। इसमें 9 मीटर वाली बसों में यात्रियों के लिए 26 सीट के अलावा 1 दिव्यांग और ड्राइवर की सीट होगी। वहीं, 12 मीटर वाली बसों में 36 यात्रियों की क्षमता होगी। इसके अलावा 1 दिव्यांग और ड्राइवर की सीट होगी।