3 दिन पहले भिलाई स्टील प्लांट के एसपी 3 में तीन मंजिला इमारत से गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस जांच के दौरान गवाही के लिए दबाव बनाए जाने को लेकर जूनियर ऑफिसर और बीएमएस नेता के बीच जमकर हाथापाई हुई। बाद में मामला थाने पहुंचा, तो पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए धारा 155 के तहत कार्रवाई की।
भट्ठी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 3 दिन पहले बीएसपी के एसपी-3 में एक मजदूर तीन मंजिला इमारत से गिरकर घायल हो गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत होने के बाद बीएसपी और पुलिस की जांच शुरू हुई। जांच के दौरान बयान के लिए वेंटिलेशन ग्रुप के कर्मचारी एनपी बारले को बुलाया गया था। बारले के बयान से पहले ही जूनियर ऑफिसर अशोक ठाकरे ने उन्हें बुलाया और अपने मुताबिक बयान देने के लिए समझा रहे थे। जब एनपी बारले नहीं माने, तो दोनों के बीच विवाद बढ़ गया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच हाथापाई हो गई।
बाद में मामला भट्ठी थाने जा पहुंचा। बीएमएस के विभागीय नेता ने पुलिस को बताया कि जूनियर ऑफिसर ने उनके साथ मारपीट की, साथ ही अपशब्दों का इस्तेमाल किया है। इसके बाद पुलिस जूनियर अधिकारी अशोक ठाकरे से पूछताछ के लिए प्लांट पहुंची और प्रत्यक्षदर्शियों से बयान लिया। मामला संदिग्ध लगने की वजह से पुलिस ने धारा 155 के तहत कार्रवाई करते हुए कोर्ट जाने की सलाह दी। कोर्ट के आदेश पर ही अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अपने मुताबिक बयान के लिए बनाया जा रहा था दबाव
भट्ठी थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायतकर्ता एनपी बारले का आरोप है कि जांच कमेटी के सामने जबरन बयान देने के लिए अशोक ठाकरे उसके ऊपर दबाव बना रहे थे। कुछ चुनिंदा शब्दों का ही प्रयोग करने के लिए बार-बार बोल रहे थे। वहीं जूनियर अधिकारी का कहना था कि बारले को जांच कमेटी बयान देने के लिए बुला रही है, लेकिन वो नहीं जा रहे हैं। इसी बात को लेकर वे उसे समझा रहे थे। दोनों के बीच हाथापाई जैसा कुछ भी नहीं हुआ है और न ही इस बात का कोई गवाह है।