रायपुर।
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के सात महीने बाद अब पार्टी संगठन अपने सत्ता संचालन और कार्यशैली को और प्रभावशाली बनाने की तैयारी में जुट गया है। इसी कड़ी में 7 से 9 जुलाई के बीच सरगुजा के मैनपाट में भाजपा का विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सांसदों, विधायकों और मंत्रियों को पार्टी की रीति-नीति के अनुरूप कार्यशैली सिखाई जाएगी।
JP नड्डा और अमित शाह करेंगे मार्गदर्शन
इस प्रशिक्षण शिविर में 8 जुलाई को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आगमन होगा। जबकि अंतिम दिन यानी 9 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंत्रियों को संबोधित करेंगे। दोनों शीर्ष नेता सीधे तौर पर संगठन और सत्ता के बीच समन्वय पर जोर देते हुए, मंत्रीगणों को कार्यकर्ताओं व जनता से जोड़े रखने के टिप्स देंगे।
शिविर का उद्देश्य: सत्ता-संगठन में सामंजस्य बनाना
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विधायक और मंत्री न सिर्फ सरकारी योजनाओं को लागू करने में पारदर्शिता और कार्यकुशलता बरतें, बल्कि भाजपा के सिद्धांतों और संगठन की अपेक्षाओं के अनुरूप भी काम करें।
शीर्ष नेतृत्व इस दौरान यह भी बताएगा कि
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क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं से जुड़ाव कैसे बनाए रखा जाए
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संगठनात्मक ढांचे में संवाद कैसे हो
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और प्रशासनिक जवाबदेही को कैसे बेहतर किया जाए
परफॉर्मेंस रिपोर्ट पर निगाह: कमजोर मंत्रियों को मिलेगी चेतावनी
भाजपा के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, साय सरकार के कैबिनेट मंत्रियों की रिपोर्ट हर माह दिल्ली भेजी जा रही है। उच्च नेतृत्व इन रिपोर्ट्स के आधार पर कई मंत्रियों के कामकाज से नाखुश है। कुछ को पहले ही यह संदेश दिया जा चुका है कि
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वे सिर्फ मंत्रालय या बंगले तक सीमित न रहें
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अपने प्रभार वाले जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में नियमित दौरे करें
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आम जनता और कार्यकर्ताओं की बात सुनें और त्वरित कार्रवाई करें
भाजपा कार्यालय में सुनवाई भी हुई बंद, नाराज हैं कार्यकर्ता
एक समय था जब भाजपा कार्यालय में मंत्रियों की जनसुनवाई का सिलसिला नियमित रूप से चलता था। लेकिन अब यह प्रक्रिया अचानक बंद कर दी गई है, जिससे कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी है। न सिर्फ कार्यकर्ताओं बल्कि जनता को भी अब अपनी बात रखने के लिए कोई मंच नहीं मिल रहा है।
कुछ मंत्रियों की शिकायतें, संगठन करा रहा आंतरिक सर्वे
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद भाजपा संगठन ने कुछ मंत्रियों के खिलाफ आंतरिक सर्वे शुरू किया है। शिकायतों में आरोप है कि कुछ मंत्री कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं, फील्ड में नहीं जा रहे हैं और आमजन से कटे हुए हैं।
संगठन के वरिष्ठ नेता इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए व्यक्तिगत रूप से मंत्रीगणों से फीडबैक ले रहे हैं, साथ ही संकेत दिया जा रहा है कि यदि समय रहते कार्यशैली में सुधार नहीं किया गया तो आगे राजनीतिक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
निष्कर्ष: भाजपा का फोकस – अनुशासित संगठन, जिम्मेदार सत्ता
यह स्पष्ट है कि भाजपा अब अपने मंत्रियों और विधायकों के प्रति ‘परफॉर्म या पेरिश’ (काम करो या जाओ) की नीति पर चल रही है। मैनपाट में होने वाला यह प्रशिक्षण शिविर सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं बल्कि आने वाले दिनों की राजनीतिक रणनीति और कार्यशैली सुधार का केंद्र बिंदु बनेगा।
मुख्य बिंदु (Highlight Points)
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7–9 जुलाई: मैनपाट में भाजपा का प्रशिक्षण शिविर
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शामिल होंगे: सांसद, विधायक, मंत्री
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️ जेपी नड्डा और अमित शाह लेंगे क्लास
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मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट पहुंच रही दिल्ली
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खराब प्रदर्शन पर नसीहतें और चेतावनी
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बंद हुई जनता दरबार व्यवस्था, बढ़ी नाराजगी
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संगठन करवा रहा आंतरिक सर्वे