चावल ने निकाला पसीना: सात दिन समय बढ़ाया गया, बीपीएल मिला, एपीएल गायब…!!

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रायपुर – राज्य सरकार चावल उत्सव का सोमवार को आखिरी दिन था, लेकिन चावल उपभोक्ताओं तक पहुंच ही नहीं सका, खासकर एपीएल कार्डधारियों का चावल सोसाइटियों से गायब हैं। बीपीएल को चावल तो दिया जा रहा है, लेकिन उनको भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। यही वजह है कि प्रशासन ने चावल वितरण के लिए सात दिन का समय और दिया है यानी 7 जुलाई तक चावल दिया जाएगा।चावल उत्सव के तहत प्रदेश के सभी जिलों में उचित मूल्य की दुकानों में तीन महीने का चावल एक साथ वितरण कर रही है।

चावल वितरण की तारीख का सोमवार को अंतिम दिन था। विभाग का दावा है कि अभी तक प्रदेशभर में 90 प्रतिशत कार्ड धारकों को चावल बांटा जा सका है, वहीं 10 प्रतिशत यानी लगभग 8 लाख कार्ड धारकों को चावल मिल नहीं पाया है। इन बचे हुए धारकों को चिंता सताने लगी थी कि उन्हें अब तीन माह का चावल मिल पाएगा या नहीं। इसीलिए सरकार ने छूटे हुए धारकों को राहत देते हुए चावल वितरण की तारीख 7 दिन बढ़ा दी है। बचे धारक अब 7 जुलाई तक उचित मूल्य की दुकानों में तीन माह का एक साथ चावल ले सकेंगे। इसके उलट धरातल में स्थिति विकट है। सोसाइटियों में चावल मिल ही नहीं रहा। शहर की कई सोसाइटियों में नो स्टॉक का बोर्ड लगा दिया गया है। बीपीएल को थोड़ी राहत है, पर एपीएल का चावल तकरीबन गायब है।

एपीएल चावल का टोटा, बीपीएल का स्टॉक भी खत्म
इधर एक ओर जहां विभाग 90 प्रतिशत बीपीएल और लगभग 60 प्रतिशत एपीएल धारकों को चावल वितरित करने का दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर राशन दुकानों में कहीं एपीएल और कहीं बीपीएल चावल का टोटा है। ज्यादातर दुकानों में एपीएल कोटे का चावल का भंडारण ही नहीं किया गया है, जिसके कारण एपीएल कार्ड धारकों को दुकानों से बैरंग लौटना पड़ रहा है। यह स्थिति आज भी अनेकों दुकानों में रही, वहीं दूसरी ओर कई दुकानों में बीपीएल कोटे का चावल भी खत्म हो गया है। दुकान संचालकों द्वारा वाट्सप ग्रुप के माध्यम से नागरिक आपूर्ति निगम और खाद्य विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर चावल भिजवाने की मांग कर रहे हैं। यही नहीं, कई दुकानो में तो चावल की कमी के कारण कई हितग्राहियों को सिर्फ जून का चावल ही बांटा गया है। हितग्राहियों को अब दो महीने का बचा चावल लेने के लिए दोबारा दुकान जाना पड़ेगा।

जून, जुलाई और अगस्त का चावल वितरण किया जा रहा
बारिश के सीजन में कार्ड धारकों को उचित मूल्य की दुकानों में राशन ले जाने में परेशानी होती है। इसे देखते हुए शासन ने चावल उत्सव के रूप में तीन महीने जून, जुलाई एवं अगस्त का चावल एक साथ धारकों को वितरित करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत धारकों को 1 से 30 जून तक चावल वितरित किया जाना था, लेकिन राशन दुकानों में चावल की धीमी सप्लाई और नई ईपॉश मशीन के कारण जून माहांत तक लगभग 90 प्रतिशत धारकों को ही चावल वितरण किया जा सका है। इस तरह प्रदेश में 81 लाख 64 हजार 498 धारकों में से लगभग 8 लाख धारकों को समय-सीमा में चावल वितरित नहीं किया जा सका। इन बचे हुए धारकों के लिए अब 7 जुलाई तक चावल वितरण की तारीख बढ़ाई गई है।

राशन दुकानों में दिनभर लगी रही भीड़
तीन माह का एक साथ चावल वितरण की अंतिम तारीख को देखते हुए सोमवार को उचित मूल्य की सभी दुकानों में हितग्राहियों की सुबह से देर शाम तक भीड़ लगी रही। एक दिन पहले तक दुकान संचालक एवं हितग्राही यही मानकर बैठे थे कि 30 जून के बाद चावल वितरण नहीं होगा। इसे देखते हुए सभी दुकानों में हितग्राहियों की भारी भीड़ लगी रही। हालांकि दोपहर में विभाग के माध्यम से दुकान संचालकों को तारीख बढ़ाने संबंधी सूचना दी गई, जिसके बाद संचालकों के साथ हितग्राहियों ने भी राहत की सांस ली।

ई-केवाईसी की तारीख नहीं बढ़ी, नाम हटेंगे या ब्लॉक होंगे !
वन नेशन वन कार्ड योजना के तहत प्रत्येक राशन कार्ड सदस्य को ई-केवाइसी कराना अनिवार्य है। प्रदेशभर में 28 जून की स्थिति में 30 लाख से ज्यादा सदस्यों ने ई-केवाइसी नहीं कराया था, वहीं 30 जून को इसकी अंतिम तारीख थी। बताया जा रहा है कि दो दिन में प्रदेशभर में बचे हुए सदस्यों में 10 प्रतिशत से भी कम सदस्यों ने ईकेवाइसी कराया हैं। इस तरह अभी भी 29 लाख से ज्यादा अभी भी 29 लाख से ज्यादा सदस्यों का केवाइसी नहीं हुआ है। विभागीय सूत्रों की मानें तो जिन सदस्यों का केवाइसी नहीं हुआ हैं। इनके नाम ऑनलाइन सिस्टम में ब्लॉक हो जाएंगे, जिससे उन्हें उनके कोटे का राशन मिलना भी बंद हो जाएगा। हालांकि विभाग के अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि 30 जून के बाद केवाइसी कराने की तारीख बढ़ाने संबंधी कोई आदेश नहीं आया है, लेकिन केवाइसी नहीं कराने वालों के नाम ब्लॉक होंगे या हटाए जाएंगे। इस संबंध में अभी कोई आदेश या सूचना नहीं मिली है।

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