पाकिस्तान के बलूचिस्तान में फिर इंसानियत शर्मसार — बस से उतारकर 9 यात्रियों की निर्मम हत्या, फितना अल-हिंदुस्तान पर आरोप

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इस्लामाबाद/झोब 


पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत से एक बार फिर निर्दोष नागरिकों पर आतंकी हमला सामने आया है। गुरुवार देर रात झोब जिले के सर धक्का इलाके में क्वेटा से लाहौर जा रही एक यात्री बस को रोककर 9 लोगों की पहचान कर गोलियों से भून दिया गया। हमले की जिम्मेदारी एक नए उभरते आतंकी संगठन ‘फितना अल-हिंदुस्तान’ पर डाली गई है, जिसे पाकिस्तान सरकार भारत समर्थित मान रही है।


बस से उतारकर एक-एक कर मारी गोली

झोब के असिस्टेंट कमिश्नर नवीन आलम के अनुसार, यह हमला पूरी तरह सुनियोजित और लक्षित था। हथियारों से लैस हमलावरों ने बस को रोकने के बाद यात्रियों को नीचे उतारा और पहचान के आधार पर 9 लोगों को अलग कर मौत के घाट उतार दिया। सभी शवों को बरखान जिले के रेखनी अस्पताल में भेजा गया है।

इस नृशंस वारदात ने पूरे पाकिस्तान को हिला कर रख दिया है।


️‍♂️ भारत से जोड़ कर देख रही पाकिस्तान सरकार

बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा —

“यह सिर्फ आतंकी हमला नहीं, बल्कि पाकिस्तान की अखंडता पर सीधा प्रहार है। फितना अल-हिंदुस्तान जैसे संगठन, जो भारत के इशारे पर काम कर रहे हैं, पाकिस्तान को अस्थिर करने की साजिश रच रहे हैं।”

रिंद ने यह भी बताया कि मास्तुंग, कालात और सरदगाई जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में इस संगठन की संदिग्ध गतिविधियाँ पहले भी सामने आ चुकी हैं, लेकिन सुरक्षाबलों ने कई हमलों को विफल किया है।


⚠️ कौन है ‘फितना अल-हिंदुस्तान’?

इस आतंकी घटना के बाद ‘फितना अल-हिंदुस्तान’ पहली बार सार्वजनिक रूप से चर्चा में आया है। इससे पहले यह नाम किसी भी अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क में पंजीकृत नहीं था। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां अब इसकी उत्पत्ति, फंडिंग नेटवर्क और भारत से कथित संबंधों की गहन जांच में जुट गई हैं।


बलूचिस्तान – लंबे समय से अलगाववाद की चपेट में

बलूचिस्तान, जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा लेकिन सबसे कम जनसंख्या वाला प्रांत है, वर्षों से अलगाववादी संघर्ष और सरकारी उपेक्षा का शिकार रहा है। यहां के संगठन BLA (बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी), BRAS, BLF लगातार ‘आज़ादी’ और संसाधनों की हिस्सेदारी को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं।

जनवरी 2025 में भी तुरबत में एक यात्री बस पर बम हमला हुआ था, जिसमें 6 लोग मारे गए थे और 25 घायल हुए थे। उस समय BLA ने वीडियो जारी कर इसकी जिम्मेदारी ली थी।


बलूच असंतोष: एक बार फिर सतह पर

बलूच अलगाववादी लंबे समय से आरोप लगाते रहे हैं कि पाकिस्तानी सरकार प्राकृतिक संसाधनों का शोषण तो करती है, लेकिन स्थानीय लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा गया है। इस असंतोष ने ही चरमपंथी संगठनों को जड़ें जमाने का मौका दिया है।


घटना के प्रमुख तथ्य संक्षेप में:

  • 10 जुलाई, रात को झोब जिले में हुआ हमला

  • क्वेटा से लाहौर जा रही यात्री बस को निशाना बनाया गया

  • हमलावरों ने 9 यात्रियों को पहचान कर गोली मारी

  • ‘फितना अल-हिंदुस्तान’ को ठहराया गया जिम्मेदार

  • शवों को रेखनी अस्पताल पहुंचाया गया

  • पाकिस्तानी सरकार ने भारत पर अप्रत्यक्ष रूप से आरोप लगाया

  • मामले की जांच और छानबीन जारी


अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं संभावित

हालांकि अब तक कोई अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन भारत का नाम लिए बिना पाकिस्तान की ओर से लगाए गए आरोपों के कारण भारत-पाक रिश्तों में फिर तनाव बढ़ सकता है। दूसरी ओर, यह मामला संयुक्त राष्ट्र और FATF जैसी एजेंसियों की नजर में भी आ सकता है।

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