रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के आवासीय कॉलोनियों के सूने मकानों में हो रही चोरी की घटनाओं की शिकायतों को लेकर पुलिस सक्रिय है। पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा मामले को गंभीरता से लिया गया है। चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने और अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया है।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की 30 सदस्यीय टीम का विशेष टीम का गठन किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थलों का निरीक्षण कर प्रार्थियों से विस्तृत पूछताछ करते हुए आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा आरोपियों की पतासाजी हेतु रात्रि में गश्त करने के साथ-साथ सभी घटनास्थलों के CCTV कैमरों का अवलोकन करने के साथ ही आरोपियों की पतासाजी हेतु प्रकरण में मुखबीर भी लगाये गए हैं।
अलग-अलग ठिकानों से चोरी के आरोपी गिरफ्तार
CCTV फुटेज में एक गिरोह द्वारा आवासीय कॉलोनियों में सूने मकानों में रात्रि में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा उक्त गिरोह को फोकस कर लगातार पतासाजी किया जाने लगा। इस दौरान टीम के सदस्यों को प्रकरण में संलिप्त आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण से महत्पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। टीम के सदस्यों द्वारा चोरी की घटनाओं में संलिप्त करण धु्रव, रवि नेताम और सागर नगरहा की पतासाजी करते हुए उनके छिपने के अलग-अलग ठिकानों में टीम के सदस्यों द्वारा एक साथ दबिश देकर पकड़ा गया।
डेढ़ दर्जन से अधिक चोरी की घटनाओं को दिया अंजाम
घटना के संबंध में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपने साथी भूपेन्द्र साहू, शुभांकर पटेल (देवार) और अन्य के साथ मिलकर विभिन्न आवासीय कॉलोनियों के सुने मकानों में मिलकर डेढ़ दर्जन से अधिक चोरी की घटनाओं अंजाम देना स्वीकार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों से चोरी के सोने चांदी के जेवरातों के संबंध में पूछताछ करने पर उनके द्वारा चोरी के सोने चांदी के जेवरातों को अपने परिचित सुरेश सोनझरा, जो सोना झारने का कार्य करता है।
इन आरोपियों पर पहले भी चोरी के प्रकरण दर्ज
जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा प्रकरण में चोरी के सोने चांदी के जेवरातों को क्रय करने पर आरोपी सुरेश सोनझरा को भी पतासाजी कर गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध धारा 317 बी.एन.एस के तहत कार्यवाही किया गया है। सभी गिरफ्तार आरोपियों के निशानदेही पर उनके कब्जे से 260.585 ग्राम (26.50 तोला) सोना, 01 किलो 634 ग्राम चांदी घटना प्रयुक्त 05 नग मोबाईल फोन, 05 नग दोपहिया वाहन और अन्य कीमती सामान लगभग 30,10,000 रूपये जब्त किया गया। आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। आरोपी भूपेन्द्र साहू, करण धु्रव और शुभांकर पटेल पूर्व में भी चोरी के प्रकरणों में तथा रवि नेताम मारपीट के प्रकरण में जेल निरूद्ध रह चुके है।
गिरफ्तार 6 आरोपियों की पहचान इन नामों से हुई है –
01. सागर नगरहा (देवार) पिता जगमोहन नगरहा उम्र 21 साल निवासी चंगोराभाठा डी.डी.नगर रायपुर।
02. भूपेन्द्र साहू पिता लतेलू साहू उम्र 22 साल निवासी ताजनगर, संतोषी नगर थाना टिकरापारा रायपुर।
03. शुभांकर पटेल (देवार) पिता स्व. मंगल पटेल उम्र 21 साल निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी कचना थाना खम्हारडीह रायपुर।
04. रवि नेताम (देवार) पिता वीरू नेताम उम्र 25 साल निवासी सरकारी स्कूल के पास मठपुरैना थाना पुरानी बस्ती रायपुर।
05. करण धु्रव (देवार) पिता हेमु धु्रव उम्र 25 साल निवासी ओम नगर काठाडीह थाना टिकरापारा रायपुर।
06. सुरेश सोनझरा पिता स्व. चमन लाल उम्र 46 साल निवासी सोनझरा पारा हरदेव लाल मंदिर के सामने थाना टिकरापारा रायपुर।
इनकी रही अहम भूमिका
कार्यवाही में निरीक्षक परेश कुमार पाण्डेय प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट, निरीक्षक सिद्धेश्वर प्रताप सिंह थाना प्रभारी मुजगहन, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से उनि सतीश कुमार पुरिया, मुकेश सोरी, सउनि शंकर धु्रव, फूलचंद भगत, मंगलेश्वर सिंह परिहार,अतुलेश राय, गेंदुराम नवरंग, प्रेमराज बारिक, प्र.आर. मार्तण्ड सिंह, रविकांत पाण्डेय, गुरूदयाल सिंह, कृपासिंधु पटेल, उपेन्द्र यादव, जसवंत सोनी, संतोष दुबे, घनश्याम साहू, संतोष वर्मा, महेन्द्र राजपूत, कुलदीप द्विवेदी, सुनील सिलवाल, खिलेश्वर राजपूत, वीरेन्द्र भार्गव, म.प्र.आर. बसंती मौर्या, आर. अमित घृतलहरे, किसलय मिश्रा, प्रकाश नारायण पात्रे, प्रवीण मौर्या, विजय बंजारे, धनंजयपुरी गोस्वामी, गौरीशंकर साहू, लालेश नायक, महेन्द्र पाल साहू, प्रमोद बेहरा, संजय मरकाम, महिपला सिंह, विकास शर्मा, कलेश्वर कश्यप, धनेश्वर कुर्रे, अभिषेक सिंह, पुरूषोत्तम सिन्हा, अभिषेक सिंह तोमर, अविनाश टण्डन, तुकेश निषाद, हरजीत सिंह, भूपेन्द्र मिश्रा, मुनीर रजा, आशीष राजपूत, अजय चौधरी, विकास क्षत्री, मनोज सिंह, मनीष पटेल तथा थाना मुजगहन से उनि हरीप्रसाद देवता, सउनि आशीष दीक्षित, श्यामसुन्दर चन्द्राकर, राजेन्द्र धनगर, प्रआर गिरीश सक्सेना तथा आर विजय रात्रे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।