रायपुर, 19 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष मानसून की सक्रियता का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। 1 जून से 19 जुलाई तक राज्य में औसतन 422.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। यह जानकारी राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त हुई है। इस दौरान बलरामपुर जिले में सबसे अधिक 719.3 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जबकि बेमेतरा जिले में केवल 229.9 मिमी बारिश दर्ज हुई, जो कि प्रदेश में सबसे कम है।
यदि संभागवार वर्षा की बात करें तो रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 411.2 मिमी, बलौदाबाजार में 426.2 मिमी, गरियाबंद में 348.8 मिमी, महासमुंद में 385.9 मिमी और धमतरी में 337.3 मिमी बारिश हुई है। बिलासपुर संभाग में बिलासपुर में 452.8 मिमी, मुंगेली में 468.7 मिमी, रायगढ़ में 556.5 मिमी, जांजगीर-चांपा में 542.3 मिमी, कोरबा में 504.0 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 428.7 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 412.3 मिमी और सक्ती में 479.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।
दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 343.3 मिमी, कबीरधाम में 306.8 मिमी, राजनांदगांव में 344.7 मिमी, बालोद में 401.8 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 501.2 मिमी तथा खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 290.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वहीं सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 336.3 मिमी, सूरजपुर में 559.3 मिमी, जशपुर में 533.8 मिमी, कोरिया में 521.1 मिमी और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 483.2 मिमी बारिश हुई है।
बस्तर संभाग की बात करें तो बस्तर जिले में 459.2 मिमी, कोंडागांव में 280.6 मिमी, नारायणपुर में 320.8 मिमी, बीजापुर में 475.5 मिमी, सुकमा में 269.6 मिमी, कांकेर में 378.9 मिमी और दंतेवाड़ा में 416.1 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
कुल मिलाकर, छत्तीसगढ़ में इस वर्ष मानसून अब तक संतोषजनक रूप से सक्रिय रहा है, हालांकि कुछ जिलों में कम बारिश की वजह से वहां के किसानों को अभी भी बारिश की प्रतीक्षा है। राज्य सरकार द्वारा स्थिति पर सतत निगरानी रखी जा रही है और बाढ़ नियंत्रण कक्ष को हाई अलर्ट पर रखा गया है।