रायपुर। छत्तीसगढ़ की औद्योगिक राजधानी बनने की ओर अग्रसर नवा रायपुर में एक नई उपलब्धि जुड़ गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रविवार को सेक्टर-05 स्थित एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की अत्याधुनिक उत्पादन इकाई का विधिवत उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने यूनिट का दौरा कर औषधि निर्माण की स्वचालित प्रक्रिया को देखा और फार्मा उद्योग के विस्तार को राज्य के लिए एक नई औद्योगिक क्रांति बताया।
“कोविड संकट में जन्मा विचार, आज साकार हुआ सपना”: मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान दवाइयों की कमी ने फार्मा उत्पादन की आवश्यकता को उजागर किया था। उसी दौर में इस यूनिट की परिकल्पना की गई, जो आज साकार हुई है। उन्होंने कहा, “कोरोना काल में भारत ने स्वदेशी वैक्सीन बनाकर दुनिया को राह दिखाई, अब छत्तीसगढ़ फार्मा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है।”
सीएम साय ने इस यूनिट को औद्योगिक विकास, स्वास्थ्य विस्तार और युवाओं के रोजगार से जोड़ते हुए “विकसित छत्तीसगढ़ 2047” विज़न डॉक्युमेंट का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जीएसडीपी को वर्ष 2047 तक 75 लाख करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति का दावा
मुख्यमंत्री ने राज्य में हो रहे स्वास्थ्य विस्तार पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के समय जहां केवल 1 मेडिकल कॉलेज था, आज वहां 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। “पिछले डेढ़ साल में 6 से अधिक विशेषज्ञ अस्पताल शुरू हुए हैं, जिससे स्पष्ट है कि स्वास्थ्य ढांचे का निरंतर विस्तार हो रहा है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “निरोग भारत” की कल्पना को आगे बढ़ाते हुए वेलनेस सेंटरों के माध्यम से लोगों को स्वस्थ रखने पर जोर दिया।
रमन सिंह बोले- फार्मा सेक्टर में छत्तीसगढ़ को अग्रणी बनाने का मजबूत प्रयास
विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर को राज्य के फार्मास्यूटिकल सेक्टर में “नई शुरुआत और प्रेरणा का क्षण” बताया। उन्होंने कहा कि कोविड काल में पूरी दुनिया ने भारत की दवा निर्माण क्षमता को सराहा, और अब छत्तीसगढ़ भी उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है।
डॉ. सिंह ने नवा रायपुर को औद्योगिक हब के रूप में तेजी से उभरते क्षेत्र के रूप में प्रस्तुत किया और कहा कि “एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स जैसी यूनिट से नवा रायपुर को नई गति मिलेगी।”
उन्होंने कोमलचंद चोपड़ा (50 वर्षों का अनुभव) और उज्ज्वल दीपक (कॉर्पोरेट करियर छोड़कर छत्तीसगढ़ में उद्योग लगाने वाले युवा) जैसे लोगों की सराहना करते हुए कहा कि यह राज्य के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।
एस्पायर यूनिट से क्या मिलेगा छत्तीसगढ़ को?
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पूरी तरह ऑटोमेटेड प्रणाली: टैबलेट, सिरप, ऑइंटमेंट और क्रीम जैसी दवाइयों का निर्माण
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100 से अधिक स्थानीय युवाओं को रोजगार
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रिसर्च, इनोवेशन और दवा निर्यात में योगदान
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फार्मा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की क्षमता
उज्ज्वल दीपक ने अपने भाषण में बताया कि यह इकाई अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों पर आधारित है और आने वाले वर्षों में रिसर्च व निर्यात का केंद्र बनेगी।
सरकारी समर्थन और नीति की ताकत
इस यूनिट की स्थापना में छत्तीसगढ़ सरकार के उद्योग विभाग, NRDA, CGMSC और SIDBI की भूमिका को भी रेखांकित किया गया। आसान भूमि आवंटन, आकर्षक नीति समर्थन और वित्तीय मदद से यह इकाई रिकॉर्ड समय में तैयार हुई है।
कार्यक्रम में शामिल हुए गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
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वन मंत्री केदार कश्यप
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महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े
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विधायक मोतीलाल साहू, ललित चंद्राकर, संपत अग्रवाल, अनुज शर्मा
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नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव
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धमतरी महापौर रामू रोहरा, CGMSC अध्यक्ष दीपक म्हस्के
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CSIDC अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, पर्यटन मंडल अध्यक्ष नीलू शर्मा
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अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा
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एस्पायर फार्मा निदेशक मंडल: कोमलचंद चोपड़ा, उज्ज्वल दीपक, अनिल देशलहरा