छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले से शिक्षकों से संबंधित एक खबर सामने आई है। DMF फंड से संचालित ‘छू लो आसमां’ योजना की छात्राओं ने पूराने टीचर की वापसी की मांग को लेकर नेशलन हाईवे को जाम कर दिया।छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मूसलाधार बारिश में बच्चों ने भीगते हुए प्रदर्शन किया। करीब ढाई घंटे तक वे अपनी मांग को लेकर डटे रहे। छात्राओं का कहना था कि, कलेक्टर खुद आए और पुराने टीचर का वापस करने का आश्वासन दें। शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर भरोसा नहीं हैं। उनके लाख समझाने के बाद भी कलेक्टर के खिलाफ नारेबाजी करती रहीं।
कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे सड़क से हटे
इतना ही नही छात्राएं डीएमसी हरीश गौतम से बोलीं कि, कैमरे पर बयान दें कि एक अगस्त तक सभी टीचर को छू लो आसमान में पदस्थ किया जाएगा। एन अध्यापकों की रवानगी होगी। यदि ऐसा नही हुआ तो वे फिर से आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। भूखी प्यासी छात्राएं भीगते हुए नेशनल हाईवे से हटने का नाम नही ले रही थी। डीएमसी को बच्चों ने लिखत मे कलेक्टर के नाम आवेदन दिया है। अधिकारियों की काफी मश्क्कत करनी पड़ी तब कहीं बच्चे सडक़ से हटे
आखिर वो कौन है जो बच्चों को सडक़ पर ले आया?
इस मूसलाधार बारिश में बच्चों को सडक़ पर लाने वाला कौन है, जिस आक्रोश में बच्चे नारेबाजी कर रहे थे, उससे प्रतीत हो रहा था किसी शिक्षक की बड़ी भूमिका है। इस बात को वहां मौजूद अधिकारी भी स्वीकर रहे थे। हालांकि यह जांच का विषय है। प्रशासन ने टीचर को वापस करने का आश्वासन तो दिया है, लेकिन इस बात को भी पता लगाने के लिए कह रहा है। यदि षड्यंत्र का पता चला तो वे टीचर भी प्रशासनिक कार्रवाई से नही बच पाएगें। बता दें छू लो आसमान में करीब 350 छात्राएं अध्यनरत है। ये सभी मूसलाधार बारिश में निकलकर प्रदर्शन कर रही थी।