छत्तीसगढ़ में ननों की गिरफ्तारी का मामला एक बार फिर संसद में गूंजा। संसद के शून्यकाल में दुर्ग सांसद विजय बघेल और बस्तर सांसद महेश कश्यप ने इस मुद्दे को उठाते हुए न केवल धर्मांतरण और मानव तस्करी की कड़ी आलोचना की, बल्कि कांग्रेस पर भ्रम फैलाने और ऐसे मामलों को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया।
बघेल बोले- भोली-भाली बेटियों को धर्मांतरण के लिए ले जाया जा रहा था
सांसद विजय बघेल ने सदन में कहा कि दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो नन बस्तर की आदिवासी बेटियों को आगरा ले जा रही थीं। यह मानव तस्करी और धर्मांतरण का मामला था, जिसे जागरूक नागरिकों ने रोका और बेटियों को बचाया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शांतिप्रिय प्रदेश है और हमारी सरकार आदिवासी बेटियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
“कांग्रेस कर रही है भ्रम फैलाने का काम”
विजय बघेल ने कांग्रेस पर सीधा हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य कांग्रेस नेता नन के समर्थन में खड़े होकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस आदिवासी बेटियों की सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति कर रही है और कानून व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
महेश कश्यप ने उठाई कानून बनाने की मांग
बस्तर सांसद महेश कश्यप ने इस विषय पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आदिवासी बहन-बेटियों को शादी का झांसा देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं और इन बेटियों को तस्करी व जबरन धर्मांतरण से बचाने के लिए एक सख्त कानून की आवश्यकता है। उन्होंने सदन से आग्रह किया कि जनजातीय बहनों की सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाया जाए।
मुख्य बिंदु:
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दुर्ग रेलवे स्टेशन में दो ननों द्वारा आदिवासी लड़कियों को आगरा ले जाने का मामला।
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सांसदों ने इसे मानव तस्करी और धर्मांतरण का गंभीर मुद्दा बताया।
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कांग्रेस नेताओं पर भ्रम फैलाने और तस्करी को समर्थन देने का आरोप।
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बस्तर सांसद ने जनजातीय बेटियों की सुरक्षा के लिए कानून की मांग की।
यह मुद्दा छत्तीसगढ़ की राजनीति में संवेदनशील मोड़ लेता जा रहा है, जहां एक ओर भाजपा इसे सामाजिक सुरक्षा का विषय बता रही है, वहीं कांग्रेस इस पर राजनीति और आरोप-प्रत्यारोप का आरोप लगा रही है।