बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में कुत्तों का झूठा भोजन परोसे जाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की एक गंभीर लापरवाही सामने आई है। स्कूल में 78 बच्चों को एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया। लेकिन किसी ने भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO), एसडीएम और न ही कलेक्टर को इसकी जानकारी देना जरूरी समझा।
मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत स्थानीय विधायक संदीप साहू से की। इसके बाद विधायक संदीप साहू ने अधिकारियों को फोन कर घटना के बारे में बताया और घटना की गंभीरता को लेकर नाराजगी जाहिर की। उसके बाद ही शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। प्रशासनिक अफसर ग्राम लक्ष्मणपुर के स्कूल जांच के लिए पहुंचे।
स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी पर उठे सवाल
मामला तूल पकड़ते ही आनन-फानन में जांच दल का गठन कर स्कूल भेजा गया। टीम ने मौके पर पहुंचकर बच्चों, शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन के बयान दर्ज किए। सूत्रों के अनुसार, स्कूल में बच्चों को जिस भोजन में गड़बड़ी की आशंका जताई गई थी, उसी के बाद एहतियातन रूप से रेबीज इंजेक्शन लगाए गए।
अधिकारियों को सूचना दिए बगैर हुई कार्रवाई
बिना उच्च अधिकारियों को सूचना दिए इस तरह की बड़ी स्वास्थ्य कार्रवाई करना न केवल नियमों की अवहेलना है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता का विषय है। अब पूरा मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद यह देखना अहम होगा कि इस लापरवाही पर किस स्तर की कार्रवाई की जाती है।