धमतरी – छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के रेत खदान में चाकू बाजी के मुख्य आरोपी अंकुर अग्रवाल की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। घटना को करीब 1 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन पुलिस के गिरफ्त से अब तक मुख्य आरोपी फरार है। सूत्रों ने बताया कि, अंकुर अग्रवाल को प्रदेश के एक कद्दावर नेता का संरक्षण मिला है। जिसके कारण पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।
दरअसल, जिले के लीलर रेत खदान में 17 जून की रात को चाकूबाजी की घटना हुई। जिला प्रशासन की टीम ने अवैध रेत खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 3 चैन माउंटेन, एक जेसीबी और 11 हाईवा जब्त किए थे। इसी दौरान, एक ड्राइवर पर हमला किया गया, जिसे चाकू मारा गया। हमलावरों ने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की, लेकिन कुछ को हिरासत में ले लिया गया है लेकिन मुख्य आरोपी अब भी फरार है। चाकूबाजी की घटना के बाद, पुलिस ने लापरवाही बरतने के आरोप में एक उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया है और फरार आरोपी की तलाश जारी है।
प्रशासन की कार्रवाई पर उठे सवाल
चाकू बाजी के इस घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी घटना स्थल का दौरा किया और छत्तीसगढ़ में जंगल राज, गुंडाराज और माफिया राज का आरोप लगाया। उन्होंने शासन-प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं। घटना के बाद सर्व आदिवासी समाज ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। फरार आरोपी अंकुर अग्रवाल की गिरफ्तारी जल्दी नहीं होने पर रॉक आंदोलन की चेतावनी भी दिया है।
एक माह से आरोपी फरार
अंकुर थाने से पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ था। अब इस घटना को एक माह से ऊपर का समय हो चुका है, लेकिन ये समझ से परे है कि.आखिर अंकुर अग्रवाल को आधिकारिक रूप से फरार घोषित क्यो नही किया जा रहा है। रेत खदान में हुए चाकू बाजी की घटना के बाद अर्जुनी थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिसमें कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है. लेकिन मुख्य आरोपी अब तक पुलिस के गिरफ्त से फरार है। ऐसे में पुलिस के ऊपर सवाल उठना लाजिमी है।
कद्दावर नेता का संरक्षण मिलने का आरोप
शहर में तरह-तरह की चर्चा भी हो रही है कि आखिरकार चाकू बाजी के मुख्य आरोपी को पुलिस गिरफ्तार क्यों नहीं कर पा रही है। बताया तो यह भी जा रहा है कि प्रदेश के एक कद्दावर नेता का संरक्षण अंकुर अग्रवाल को मिला हुआ है। जिसके कारण उनके गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है। अब देखना होगा की अंकुर अग्रवाल को पुलिस फरार घोषित करती है या फिर गिरफ्तारी कर कार्रवाई करती है।