हरियाणा के सबसे बड़े सरकारी चिकित्सा संस्थान PGI Rohtak में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां एक 12वीं पास युवक को मरीजों का इलाज करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। वह अपने दोस्त की जगह इंटर्न डॉक्टर बनकर अस्पताल में ड्यूटी कर रहा था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
इंटर्न की जगह दोस्त को भेजा
पूरी घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, सोनीपत के निजामपुर माजरा गांव निवासी साहद नामक युवक करीब एक महीने से PGI के ऑर्थो डिपार्टमेंट में मरीजों को देख रहा था। असल में यह नियुक्ति कृष्ण गहलावत नामक युवक को इंटर्नशिप के लिए की गई थी। कृष्ण UK से MBBS कर चुका है। लेकिन उसने अस्पताल आना छोड़ दिया और अपनी जगह पर साहद को भेज दिया।
कृष्ण की जगह साहद नाम बताने पर फंसा
गुरुवार को अस्पताल के स्टाफ को साहद की हरकतों पर शक हुआ। जब उससे पूछा गया तो उसने अपना नाम साहद बताया, जबकि उसका नाम रजिस्टर में कृष्ण है। इस पर स्टाफ ने उससे पहचान पत्र मांगा जो वह नहीं दिखा सका। तुरंत उसे अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया और प्रबंधन को सौंप दिया।
बिना डिग्री कर रहा था इलाज
पूछताछ में साहद ने बताया कि उसने मेडिकल की कोई पढ़ाई नहीं की है। उसके पास केवल पेशेंट केयर असिस्टेंट (PCA) का एक डिप्लोमा है। इसके बावजूद वह मरीजों का प्राथमिक इलाज कर रहा था और खुद को इंटर्न बता रहा था। प्राथमिक पूछताछ में कृष्ण के बारे में अभी यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर कृष्ण की जगह पर साहद ड्यूटी पर क्यों गया था।
दोनों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
PGIMS थाना प्रभारी रोशन लाल ने बताया कि युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी ने कबूल किया है कि वह अपने दोस्त कृष्ण की जगह अस्पताल में काम कर रहा था। पुलिस ने धोखाधड़ी व फर्जीवाड़ा की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। कृष्ण गहलावत को भी सह-आरोपी बनाया गया है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।