नई दिल्ली – कांग्रेस नेता राहुल गांधी के “वोट चोरी” आरोप पर चुनाव आयोग ने सख्त आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसे शब्द करोड़ों भारतीय मतदाताओं और लाखों चुनावकर्मियों की ईमानदारी पर हमला हैं।
आयोग का बयान
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“वोट चोरी” जैसे शब्द झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश हैं।
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“एक व्यक्ति, एक वोट” का सिद्धांत 1951-52 से लागू है।
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यदि कोई सबूत है कि किसी ने दो बार वोट डाला, तो शपथ-पत्र के साथ प्रमाण दें।
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बिना सबूत सभी मतदाताओं को “चोर” कहना गलत है।
विवाद की पृष्ठभूमि
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12 अगस्त 2025: राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कई सीटों पर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी हो रही है और यह राष्ट्रीय स्तर पर सुनियोजित है।
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बिहार की अपडेटेड वोटर लिस्ट में 124 साल की “पहली बार” वोटर मिंता देवी का उदाहरण देते हुए कहा— “ऐसे अनलिमिटेड केस हैं, पिक्चर अभी बाकी है।”