सुकमा – छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शिक्षा व्यवस्था और वित्तीय लेन-देन से जुड़े एक गंभीर मुद्दे को लेकर नगर पालिका की पार्षद कांता राठी ने एक पात्र लिखा है। जिसमें जिले क्ले प्रभारी मंत्री केदार कश्यप को पत्र लिखकर त्वरित समाधान की मांग की है। दरअसल, बैंक ऑफ़ बड़ौदा की कोई भी शाखा नहीं होने के कारण जिले के स्कूलों, संकूलों, बीआरसी और बीईओं तथा जिला कार्यालयों को राशि आहरण और संवितरण में भारी कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूलों और छात्रावासों को समय पर राशि नहीं मिल पाती
वर्तमान में जिले के शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित 1023 खातों को बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा दरभा, जिला बस्तर में संचालित किया जा रहा है। लेकिन दरभा शाखा सुकमा व् उसके विकासखंडों से 150 से 200 किलोमीटर दूर होने के कारण शिक्षकों व अधिकारीयों को राशि आहरण के लिए पूरा एक दिन यात्रा में व्यतीत करना पड़ता है। दुर्गम मार्ग और लंबी दूरी के चलते कई बार स्कूलों और छात्रावासों को समय पर राशि नहीं मिल पाती, जिससे शिक्षा, वेतन, निर्माण कार्य और छत्रावास संचालन जैसे महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
पत्र में इन व्यवस्थाओं का किया उल्लेख
श्रीमत्रि राठी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि, बैंक ऑफ़ बड़ौदा प्रबंधन ने पूर्व में आश्वासन दिया था कि, सुकमा जिला मुख्यालय में शाखा खोली जाएगी या वैकल्पिक बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। लेकिन अब तक न तो नई शाखा खोली गई और न ही कोई अन्य सुविधा प्रदान की गई है। इस वजह से मार्च क्लोजिंग जैसे महत्वपूर्ण समय पर कई पीपीए लैप्स हो चुके और स्कूलों को गंभीर वित्तीय असुविधा का सामना करना पड़ा।