दुर्ग :एक झुग्गी में अपने 2 बच्चों के साथ काफी मुश्किलों वाला वक्त गुजारने वाली 57 वर्षीय एकल महिला इस सफल कहानी की मुख्य किरदार है श्रीमती लीला ठाकुर जिनके पति की मृत्यु 13 वर्ष पूर्व हो गई थी। दुर्ग शहर के वार्ड क्रं. 13 के रहने वाली हितग्राही श्रीमती लीला ने बताया कि दो छोटे-छोटे बच्चों का लालन-पालन करना बड़ा ही कठिन था। स्वर्गीय पति की अंतिम ईच्छा थी कि अपना एक खुद का पक्का मकान होता, उस सपने को प्रधानमंत्री आवास योजना ने पूरा किया है।
श्रीमती लीला ठाकुर ने आगे बताते हुए कहा कि उन्हें किश्तों की राशि के लिए कभी भी किसी भी कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ा तथा कुछ अन्य खर्च भी नहीं करना पड़ा। 4 किश्तों में इनके बैंक खाते में सीधे अनुदान राशि प्राप्त हो गई। सरकार के सहयोग से आज श्रीमती लीला ठाकुर का सपना साकार हो गया है वह अपने सर्व सुविधायुक्त पक्के मकान के साथ प्रसन्नता के साथ जीवन व्यतीत करते हुए केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार को बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता है।