सोने और चांदी के दाम इस हफ्ते रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के मुताबिक, हफ्तेभर के कारोबार के बाद 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव ₹3,030 बढ़कर ₹1,02,388 हो गया।
पिछले शुक्रवार (22 अगस्त) को इसकी कीमत ₹99,358 थी।
चांदी में भी जबरदस्त तेजी आई। इस हफ्ते चांदी का भाव ₹3,666 बढ़कर ₹1,17,572 प्रति किलोग्राम हो गया। यह दोनों कीमती धातुएं इस समय ऑल टाइम हाई स्तर पर हैं।
2025 में अब तक का रिकॉर्ड रुझान
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सोना: साल की शुरुआत से अब तक ₹26,226 (34.43%) महंगा हुआ।
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31 दिसंबर 2024 को सोने का भाव ₹76,162 था।
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चांदी: अब तक ₹31,555 (36.68%) की बढ़त।
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31 दिसंबर 2024 को चांदी ₹86,017 प्रति किलो थी।
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29 अगस्त को भी दिखी तेजी
शुक्रवार (29 अगस्त) को सोना ₹882 और चांदी ₹462 महंगी होकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची।
4 बड़े शहरों में सोने के ताज़ा रेट
शहर | 24 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम) | 22 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम) |
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दिल्ली | ₹1,03,460 | ₹94,850 |
मुंबई | ₹1,03,310 | ₹94,700 |
कोलकाता | ₹1,03,310 | ₹94,700 |
चेन्नई | ₹1,03,310 | ₹94,700 |
विशेषज्ञों का अनुमान: सोना ₹1.04 लाख, चांदी ₹1.46 लाख तक जा सकती है
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केडिया कमोडिटी के अनुसार, 2025 के अंत तक चांदी ₹1.30 लाख प्रति किलो तक पहुंच सकती है।
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मनीकंट्रोल का अनुमान है कि चांदी में 34% और उछाल हो सकता है, जिससे इसकी कीमत ₹1,46,000 प्रति किलो तक जा सकती है।
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सिटीग्रुप रिपोर्ट का अनुमान है कि चांदी ₹1,20,000-₹1,30,000 प्रति किलो के बीच रह सकती है।
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सोने की कीमत इस साल ₹1,04,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने का अनुमान है।
सोना खरीदते समय ध्यान दें ये 2 बातें
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सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें
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सिर्फ BIS हॉलमार्क वाला सोना खरीदें।
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अब हर सोने पर 6 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड (HUID) होगा, जैसे AZ4524।
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इससे सोने की शुद्धता (कैरेट) की पहचान करना आसान हो गया है।
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कीमत क्रॉस-चेक करें
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सोने का भाव रोजाना बदलता है।
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खरीदने से पहले IBJA या अन्य विश्वसनीय सोर्स से रेट चेक करें।
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24 कैरेट सोना शुद्धतम होता है, लेकिन ज्वेलरी बनाने के लिए 22 कैरेट या उससे कम कैरेट सोना इस्तेमाल होता है।
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निष्कर्ष:
सोना और चांदी दोनों ही निवेशकों के लिए इस समय बेहतरीन रिटर्न दे रहे हैं। जियोपॉलिटिकल तनाव और अमेरिकी नीतियों के चलते सोने की डिमांड बढ़ रही है, जबकि चांदी इंडस्ट्रियल डिमांड की वजह से भी मजबूत बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में कीमती धातुओं में और तेजी देखने को मिल सकती है।