उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के पौंसारी गांव में शुक्रवार देर रात बादल फटने से तबाही मच गई। घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं। गांव में कई घरों में मलबा भर गया, 50 से ज्यादा पशु बह गए और आधी से ज्यादा कृषि भूमि तबाह हो गई।
SDRF का रेस्क्यू, विधायक की जान बचाई
कपकोट से बीजेपी विधायक सुरेश गढ़िया भी हालात का जायजा लेने पहुंचे थे, लेकिन गधेरा नाले में उनका पैर फिसल गया। SDRF टीम ने रस्सी के सहारे उन्हें बचा लिया। इस दौरान उनका गनर भी बहने लगा, जिसे जवानों ने समय रहते सुरक्षित निकाल लिया। हालांकि, विधायक का मोबाइल और गन पानी में बह गई।
दो परिवार तबाह, लापता लोगों की तलाश
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रमेश चंद्र जोशी की पत्नी बसंती देवी और मां बचुली देवी के शव मलबे से बरामद।
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रमेश और बेटा गिरीश लापता, दूसरे बेटे पवन को SDRF ने सुरक्षित निकाला।
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पूरन जोशी भी लापता, तलाश जारी।
गांव में पांच पुलिया, पेयजल लाइन और सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।
विधायक बोले: हालात बेहद गंभीर
विधायक सुरेश गढ़िया ने कहा, “सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है। SDRF और प्रशासन की टीम जांबाजी से बचाव कार्य में जुटी हैं।”
राहत-बचाव जारी
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SDRF, प्रशासनिक अधिकारी और ग्रामीण मिलकर राहत कार्य कर रहे हैं।
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ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
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अस्थायी शिविरों में राहत सामग्री दी जा रही है।
बड़ा सबक:
यह घटना बताती है कि उत्तराखंड को आपदा प्रबंधन में संसाधन और तत्परता बढ़ाने की सख्त जरूरत है। SDRF की तेज कार्रवाई से कई जानें बचीं, लेकिन गांव को भारी नुकसान झेलना पड़ा।