चीन में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट के दूसरे दिन भारत ने बड़ी कूटनीतिक जीत दर्ज की। बैठक के दौरान जारी किए गए घोषणापत्र में पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई। इतना ही नहीं, इसमें इस हमले के आतंकियों, उनके मददगारों और आयोजकों को सजा दिलाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया।
इस घोषणा के वक्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद थे। भारत की यह जीत इसलिए और अहम मानी जा रही है, क्योंकि कुछ महीने पहले हुई SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में पहलगाम हमले का जिक्र तक नहीं किया गया था। उस समय भारत ने नाराजगी जताते हुए दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था।
SCO समिट की प्रमुख झलकियां:
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मोदी-पुतिन-जिनपिंग एक मंच पर: SCO सत्र के दौरान तीनों नेताओं की साथ में मौजूदगी सुर्खियों में रही।
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मोदी और पुतिन की गर्मजोशी: फोटो सेशन के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया।
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पाक पीएम शहबाज की खामोशी: मंच पर मोदी और पुतिन के बीच हो रही बातचीत पर शहबाज शरीफ बस नजरें गड़ाए रहे।
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सदस्य देशों की सामूहिक तस्वीरें: SCO बैठक से पहले सभी नेताओं का ग्रुप फोटो सेशन भी हुआ।
मोदी का आतंकवाद पर सीधा प्रहार
पीएम मोदी ने समिट को संबोधित करते हुए साफ कहा कि आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने पहलगाम हमले को इसका सबसे घिनौना रूप बताते हुए कहा:
“भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का सामना कर रहा है। सवाल यह है कि कुछ देशों को आतंकवाद को खुलेआम समर्थन देने की छूट आखिर क्यों है?”
मोदी के इन शब्दों ने बैठक का फोकस आतंकवाद के खिलाफ एकजुट कार्रवाई की ओर मोड़ दिया।
भारत की बढ़ती कूटनीतिक ताकत
इस समिट से साफ है कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का रुख अब वैश्विक मंचों पर ज्यादा मजबूत हो रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की मौजूदगी में हमले की निंदा होना इस बात का सबूत है कि भारत अब आतंकवाद के मुद्दे पर किसी भी मंच पर समझौता करने को तैयार नहीं है।