ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन की बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री फेस बनाने का प्रस्ताव रखा जिसका अरविंद केजरीवाल ने समर्थन किया। अब केंद्रीय मंत्री का कहना है कि यह राहुल गांधी पर साजिश है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा ताकि राहुल गांधी को दौड़ से “बाहर” किया जा सके।
बनर्जी और केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली में एक बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की तरफ से खरगे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा। एमडीएमके के नेता वाइको सहित कई नेताओं ने विपक्षी गठबंधन की बैठक के बाद घटनाक्रम की पुष्टि की और कहा कि खरगे ने बातचीत के दौरान कहा कि पहले जीतना और गठबंधन की ताकत बढ़ाना महत्वपूर्ण है और बाकी सब कुछ बाद में तय किया जा सकता है।
सिंह ने कहा, “केजरीवाल और ममता बनर्जी जानते हैं की राहुल गाँधी के रहते खरगे जी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं होंगे। इन दोनों ने राहुल गांधी को (दौड़ से) बाहर करने के लिए जाल बिछाया है। उन्होंने उन दोनों (खरगे और गांधी) को अपने जाल में फंसा लिया है।” केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों ने देश की प्रगति को रोकने के लिए बैठक की।
आठवले ने कहा, विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की एक बैठक आज (मंगलवार) यहां आयोजित की गई। यह बैठक इसलिए आयोजित की गई ताकि देश प्रगति न कर सके; आठवले की रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा हैं।
जनवरी मध्य तक तय होगा सीट शेयरिंग का फार्मुला
बैठक में गठबंधन के घटक दलों के प्रमुख नेताओं ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए जनवरी, 2024 के दूसरे सप्ताह तक सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने का फैसला किया। वैसे, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना ने 31 दिसंबर तक ही सीट बंटवारे का काम पूरा करने की पैरवी की। ममता बनर्जी ने खरगे को विपक्षी गठबंधन का संयोजक बनाने और प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की पैरवी की, जिसका दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समर्थन किया। सूत्रों ने बताया कि किसी भी नेता ने इसका विरोध नहीं किया।
सूत्रों का कहना है कि शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी खरगे को गठबंधन का संयोजक बनाने तथा सीट बंटवारे का काम जल्द पूरा करने की पैरवी की। बैठक में शामिल कुल 28 दलों के नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि लोकसभा चुनाव को लेकर सीट बंटवारे पर बातचीत राज्यों के स्तर पर होगी तथा जिस राज्य में जो पार्टी मजबूत होगी, वही सीटों के तालमेल के मामले में अगुवाई करेगी।