भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी को लेकर एक बार फिर से गहन बातचीत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फोन पर बात करते हुए रक्षा, व्यापार, ऊर्जा सुरक्षा और वैश्विक शांति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति मैक्रों के साथ हुई बातचीत बेहद उपयोगी रही। उन्होंने लिखा कि विभिन्न क्षेत्रों में भारत-फ्रांस सहयोग की प्रगति पर सकारात्मक समीक्षा की गई। साथ ही, यूक्रेन में जारी संघर्ष के शीघ्र समाधान के लिए कूटनीतिक प्रयासों और संवाद पर जोर दिया गया।
बातचीत के प्रमुख पहलू
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रक्षा और सुरक्षा सहयोग: दोनों देशों ने रक्षा संबंधों को और मज़बूत बनाने का संकल्प लिया।
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व्यापार और निवेश: भारत-फ्रांस आर्थिक साझेदारी को नए अवसरों के साथ और गहराई देने पर सहमति बनी।
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ऊर्जा व जलवायु परिवर्तन: स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु सुरक्षा पर मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
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वैश्विक मुद्दे: क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
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यूक्रेन संकट: दोनों नेताओं ने माना कि इस युद्ध का समाधान केवल संवाद और कूटनीति से संभव है।
रणनीतिक साझेदारी का महत्व
भारत और फ्रांस की साझेदारी दशकों से दोनों देशों के लिए लाभकारी रही है। यह न केवल रक्षा और तकनीकी क्षेत्रों में गहराई लिए हुए है, बल्कि वैश्विक मंचों पर भी दोनों देशों की नज़दीकियों को दर्शाती है। आने वाले समय में जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय शांति की चुनौतियों से निपटने में यह साझेदारी अहम भूमिका निभाएगी।