भारतीय फिल्ममेकर अनुपर्णा रॉय ने 82वें वेनिस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के ओरीजोंटी (Orizzonti) सेक्शन में बेस्ट डायरेक्टर का पुरस्कार जीतकर नया इतिहास रच दिया। यह सम्मान उन्हें उनकी पहली फीचर फिल्म ‘सॉन्ग्स ऑफ फॉरगॉटन ट्रीज’ के लिए 6 सितंबर को मिला।
यह पहली बार है जब किसी भारतीय महिला डायरेक्टर को यह प्रतिष्ठित अवॉर्ड मिला है। इस फिल्म को अनुराग कश्यप ने प्रेजेंट किया था।
अनुपर्णा रॉय की जर्नी: गांव से ग्लोबल स्टेज तक
अनुपर्णा रॉय का बचपन पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के नारायणपुर गांव में बीता। उन्होंने इंग्लिश लिटरेचर में स्नातक किया और इसके बाद नौकरी की तलाश में दिल्ली आ गईं। यहां उन्होंने कॉल सेंटर में काम किया और बाद में मुंबई जाकर आईटी कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव की भूमिका निभाई।
लेकिन उनके मन में हमेशा एक सपना था – फिल्ममेकर बनने का। इसी दौरान उन्होंने अनुपम खेर की एक्टर प्रिपेयर्स एकेडमी से डिप्लोमा किया और फिल्म जगत में कदम रखा।
सिनेमा से शुरुआती लगाव
गांव के दिनों में उनके आस-पास कोई सिनेमा हॉल नहीं था। फिल्मों तक पहुंच सिर्फ लैपटॉप पर देखी गई पायरेटेड कॉपियों से ही बनी। धीरे-धीरे उन्होंने इंडियन और इंटरनेशनल फिल्मों से सिनेमा को समझा और खुद फिल्में बनाने का सपना देखना शुरू किया।
शुरुआती काम और उपलब्धियां
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2023 में उन्होंने शॉर्ट फिल्म “रन टू द रिवर” बनाई। यह फिल्म रूस, लंदन और चेन्नई जैसे कई इंटरनेशनल फेस्टिवल्स में दिखाई गई।
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चेन्नई के स्त्री फिल्म फेस्टिवल में इस शॉर्ट फिल्म को बेस्ट शॉर्ट फिल्म अवॉर्ड भी मिला।
‘सॉन्ग्स ऑफ फॉरगॉटन ट्रीज’ – पहली फीचर फिल्म
अगस्त 2025 में अनुपर्णा रॉय की पहली फीचर फिल्म ‘सॉन्ग्स ऑफ फॉरगॉटन ट्रीज’ पूरी हुई।
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फिल्म की कहानी मुंबई में रहने वाली दो प्रवासी महिलाओं – थूया और स्वेथा की दोस्ती और उनके संघर्षों पर आधारित है।
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28 अगस्त 2025 को इसका वर्ल्ड प्रीमियर वेनिस फिल्म फेस्टिवल में हुआ और हॉल हाउसफुल रहा।
अवॉर्ड सेरेमनी और ऐतिहासिक जीत
82वें वेनिस फिल्म फेस्टिवल में इस बार जूरी को 4,580 फिल्में प्राप्त हुई थीं, जिनमें से सिर्फ 21 को मेन कॉम्पटीशन में जगह मिली। ओरीजोंटी सेक्शन में 19 फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई और इसी कैटेगरी में अनुपर्णा रॉय ने बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड जीता।
स्पीच में उन्होंने कहा –
“यह पुरस्कार मैं पुरुलिया की महिलाओं को समर्पित करती हूं। अगर उनमें से कोई एक भी इस फिल्म को देखकर अपनी आवाज उठाए, तो मेरे लिए यही सबसे बड़ी प्रेरणा होगी।”
वेनिस फेस्टिवल 2025 की खास झलक
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गोल्डन लायन अवॉर्ड – अमेरिकी फिल्म “Father Mother Sister Brother” को मिला।
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ट्यूनीशियाई फिल्म ‘The Voice of Hind Rajab’ – गाजा संघर्ष पर आधारित, जिसे 22 मिनट तक स्टैंडिंग ओवेशन मिला।
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हॉलीवुड डायरेक्टर बेनी सफी को “The Smashing Machine” (ड्वेन जॉनसन अभिनीत) के लिए बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड दिया गया।
अनुपर्णा रॉय की यह जीत भारतीय सिनेमा के लिए मील का पत्थर साबित हुई है, क्योंकि वे वेनिस फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड पाने वाली पहली भारतीय महिला निर्देशक बन गई हैं।