पालतू कुत्ते सिर्फ जानवर नहीं होते, बल्कि परिवार का हिस्सा होते हैं। उनकी सेहत और सफाई पर उतना ही ध्यान देना जरूरी है, जितना घर के किसी सदस्य पर। लेकिन अक्सर डॉग्स की स्किन पर होने वाली खुजली, लाल धब्बे या बाल झड़ने जैसी छोटी-सी लगने वाली परेशानी को नजरअंदाज कर दिया जाता है। यही समस्या आगे चलकर खतरनाक स्किन इंफेक्शन का रूप ले सकती है, जो सिर्फ कुत्ते के लिए ही नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी खतरा बन सकती है।
कुत्तों में स्किन इंफेक्शन क्या है?
वेटरिनरी एक्सपर्ट डॉ. आदेश कुमार वर्मा (प्रयागराज) बताते हैं कि डॉग्स की स्किन बहुत सेंसिटिव होती है। गंदगी, एलर्जी, बैक्टीरिया या फंगस की वजह से उनकी त्वचा पर लालिमा, दाने, घाव या बदबू जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कई बार ज्यादा खुजलाने या काटने से भी यह इंफेक्शन फैलने लगता है।
शुरुआती लक्षण
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लगातार खुजली करना
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लाल धब्बे या छोटे-छोटे दाने
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बदबू आना
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बाल झड़ना
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स्किन से पस या खून निकलना
अगर इन संकेतों पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो बीमारी बढ़ सकती है।
कितने खतरनाक हो सकते हैं ये इंफेक्शन?
शुरुआत में मामूली दिखने वाली खुजली या रैश, धीरे-धीरे पूरे शरीर में सूजन, घाव और तेज दर्द का कारण बन सकते हैं। गंभीर स्थिति में इंफेक्शन खून तक पहुँच जाता है और जानलेवा हो सकता है।
क्यों होते हैं डॉग्स में स्किन इंफेक्शन?
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सीधे इंफेक्शन (प्राइमरी):
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गंदगी या बीमार जानवरों के संपर्क में आने से
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स्केबीज और रिंगवर्म जैसी बीमारियों से
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सेकेंडरी कारण:
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एलर्जी
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गलत डाइट
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कमजोर इम्यूनिटी
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नहाने या ग्रूमिंग की कमी
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बचाव कैसे करें?
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डॉग्स को समय-समय पर नहलाएं और साफ रखें
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उनकी डाइट बैलेंस्ड और पोषण से भरपूर हो
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मौसम के हिसाब से ग्रूमिंग करें
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वेटरिनरी डॉक्टर द्वारा सुझाए गए माइल्ड शैम्पू का इस्तेमाल करें
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डॉग के बिस्तर और आसपास का माहौल हमेशा साफ रखें
इलाज क्या है?
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बैक्टीरियल इंफेक्शन: एंटीबायोटिक्स
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फंगल इंफेक्शन: एंटीफंगल शैम्पू या क्रीम
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एलर्जी: स्पेशल डाइट और दवाइयाँ
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जरूरत पड़ने पर ब्लड टेस्ट या स्किन टेस्ट कराकर सही ट्रीटमेंट तय किया जाता है।
कब दिखाएं डॉक्टर को?
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डॉग लगातार खुजला रहा हो या खुद को नोच रहा हो
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स्किन से खून या पस निकलने लगे
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बाल तेजी से झड़ने लगें
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बदबू तेज आने लगे
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डॉग अचानक सुस्त पड़ जाए
इंसानों तक फैलने का खतरा
कुछ इंफेक्शन जैसे रिंगवर्म और स्केबीज इंसानों में भी फैल सकते हैं। इन्हें जूनोटिक डिजीज कहा जाता है। इसलिए यदि डॉग में लक्षण दिखें तो उसे तुरंत अलग करें और डॉक्टर को दिखाएं।
मौसम का असर
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गर्मी और बरसात: नमी और पसीने की वजह से फंगल व बैक्टीरियल इंफेक्शन बढ़ते हैं।
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सर्दियां: स्किन ड्राई होकर खुजली और एलर्जी का कारण बनती है।
✅ निष्कर्ष:
डॉग्स की स्किन प्रॉब्लम्स को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। समय पर पहचान और सही देखभाल से न सिर्फ पालतू जानवर को बल्कि इंसानों को भी इंफेक्शन से बचाया जा सकता है।