रायबरेली में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को फिर से केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उनकी पार्टी वोट चोरी के पक्के सबूत देश के सामने रखेगी। राहुल ने इसे “डायनामिक और विस्फोटक सबूत” बताया और कहा—
“बीजेपी परेशान न हो, जब हाइड्रोजन बम फटेगा तो सब कुछ साफ हो जाएगा।”
वोट चोरी का आरोप
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राहुल का दावा है कि पूरे देश में “वोट चोर गद्दी छोड़ो” का नारा फैल रहा है।
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उन्होंने महाराष्ट्र, कर्नाटक और हरियाणा के चुनावों में धांधली का आरोप लगाया।
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कर्नाटक के मामले में उन्होंने कहा कि पार्टी पहले ही ब्लैक एंड व्हाइट सबूत पेश कर चुकी है।
दिशा बैठक में उठे विवाद
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राहुल गांधी दो दिन के दौरे पर रायबरेली आए और दिशा (जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति) की बैठक में शामिल हुए।
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बैठक में उनके बगल में यूपी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह बैठे, जिन्होंने एक दिन पहले ही राहुल का विरोध किया था।
विरोध और बहिष्कार
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सपा से निष्कासित विधायक मनोज पांडेय ने बैठक का बहिष्कार किया। उनका आरोप था कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी की मां को गाली देने वाले मामले की निंदा नहीं की।
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सरेनी विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह और उनकी बहू ब्लॉक प्रमुख शिवानी सिंह को प्रशासन ने बैठक स्थल पर रोक दिया। नाराज होकर दोनों वापस लौट गए।
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शिवानी सिंह ने कहा कि उन्हें पहले बुलाया गया, लेकिन बाद में प्रवेश नहीं दिया गया। इसे उन्होंने अपनी बेइज्जती बताया।
जनता दरबार
राहुल गांधी ने सुबह NTPC गेस्ट हाउस में जनता दरबार लगाया, जिसमें करीब 1000 लोग पहुंचे।
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एक दिव्यांग युवक अपने भाई की पीठ पर बैठकर राहुल तक पहुंचा और ट्राइसाइकिल की मांग की।
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कई स्थानीय लोगों ने सड़क, बिजली और आवास जैसी समस्याएं सामने रखीं। राहुल ने अफसरों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
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उद्योग व्यापार मंडल ने बारिश में पानी भरने की समस्या उठाई, जिस पर राहुल ने एनएचएआई और एसडीएम को जल्द समाधान का आदेश दिया।
सुरक्षा और माहौल
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राहुल के कार्यक्रमों के लिए लगभग 600 पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
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कार्यक्रम स्थल पर बड़ी भीड़ जुटी और कई जगह बीजेपी कार्यकर्ताओं ने “राहुल गांधी वापस जाओ” के नारे लगाए।
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एक पोस्टर भी लगाया गया जिसमें राहुल, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव को ब्रह्मा-विष्णु-महेश के रूप में दिखाया गया।
कुल मिलाकर, राहुल गांधी का यह दौरा राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप, विरोध और जनता की शिकायतों से घिरा रहा। उनका सबसे बड़ा बयान यही रहा कि वे जल्द ही वोट चोरी का “हाइड्रोजन बम” जैसे सबूत सामने लाने वाले हैं।