बिहार हाईकोर्ट ने बुधवार को कांग्रेस द्वारा जारी AI वीडियो को हटाने के निर्देश दिए हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां की छवि दिखाई गई थी। कोर्ट ने राहुल गांधी, इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया, मेटा, गूगल, X और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय को नोटिस जारी किया है।
याचिका और दलील
याचिकाकर्ता के वकील संतोष कुमार, संजय अग्रवाल और प्रवीण कुमार ने कोर्ट में दलील दी कि प्रधानमंत्री और उनकी मां को निशाना बनाकर फर्जी और अपमानजनक सामग्री फैलाई जा रही है। कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र और राज्य सरकार से जवाब तलब किया और वीडियो हटाने के आदेश दिए।
इसके बाद बिहार कांग्रेस ने X अकाउंट से वीडियो हटा दिया। इससे पहले 14 सितंबर को बीजेपी ने इस वीडियो के खिलाफ दिल्ली में FIR दर्ज कराई थी।
AI वीडियो की जानकारी
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बिहार कांग्रेस ने 11 सितंबर को X पर 36 सेकेंड का AI जनरेटेड वीडियो पोस्ट किया।
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वीडियो में पीएम मोदी से मिलते एक व्यक्ति और उनकी मां से मिलती-जुलती बुजुर्ग महिला दिखाई गई।
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कैप्शन में लिखा था: ‘साहब के सपनों में आईं मां। देखिए रोचक संवाद।’
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वीडियो में दिखाया गया कि पीएम के सपनों में उनकी मां कह रही हैं:
“पहले तो तुमने मुझे नोटबंदी की लाइनों में खड़ा किया, मेरे पैर धोने की रील्स बनवाई और अब बिहार में मेरे नाम पर राजनीति कर रहे हो। राजनीति के लिए कितना गिरोगे?”
बीजेपी का आरोप: कांग्रेस ने राजनीतिक बहस का स्तर गिराया और प्रधानमंत्री एवं उनकी मां के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री फैलायी।
बीजेपी का AI वीडियो
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कांग्रेस के वीडियो के 12 घंटे पहले, बिहार बीजेपी ने X पर एक AI वीडियो शेयर किया था।
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इसमें राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को मीडिया से सवाल-जवाब करते दिखाया गया, जिसमें दोनों के भविष्य के राजनीतिक पदों पर बहस हो रही थी।
विवाद की शुरुआत
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27 अगस्त को बिहार के दरभंगा में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के मंच से पीएम मोदी को उनकी मां के संदर्भ में अपमानजनक टिप्पणी की गई थी।
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इसके अगले दिन पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।
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यह मामला ऑनलाइन और राजनीतिक रूप से काफी तूल पकड़ गया और NDA ने बिहार बंद का आह्वान भी किया।