बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. संजय गुहे ने शनिवार को बीईओ राजेंद्र टंडन के साथ औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई विद्यालयों में प्राचार्य, शिक्षक व लिपिक अनुपस्थित पाए गए, वहीं उपस्थित शिक्षक भी अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह नजर आए। इस पर नाराजगी जताते हुए डीईओ ने 2 प्राचार्य, 7 व्याख्याता और 3 लिपिक सहित कुल 12 लोगों को नोटिस जारी कर दो दिवस के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।
निरीक्षण की शुरुआत विकासखण्ड बलौदाबाजार के शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय खटियापाटी से की गई। सुबह 9 बजे तक विद्यालय में केवल 4 व्याख्याता मौजूद थे, जबकि 3 व्याख्याता और 1 सहायक ग्रेड-2 अनुपस्थित मिले। इनमें व्याख्याता एलबी शकुंतला ध्रुव, रविकुमार साहू, गजेन्द्र प्रसाद ध्रुव और सहायक ग्रेड-2 मनीषा विश्वास शामिल हैं। वहीं, निरीक्षण के समय दूसरा पीरियड चल रहा था, लेकिन छात्र-छात्राएं बाहर घूमते पाए गए और सभी शिक्षक कार्यालय में बैठे नजर आए। इस लापरवाही पर प्राचार्य हेमराम ध्रुव, व्याख्याता एलबी भुनेश्वर प्रसाद पटेल, छत्रपाल सिंह वर्मा, दामिनी बेहरा और विजयलक्ष्मी पटेल को नोटिस जारी किया गया।
अनुपस्थित मिले कर्मचारी
इसके बाद टीम ने शासकीय हाईस्कूल सुढ़ेला का निरीक्षण किया। यहां प्रभारी प्राचार्य संतरू सिंह पैकरा बिना पूर्व सूचना के पिछले 6 दिनों से अनुपस्थित पाए गए। जांच में यह भी सामने आया कि इस माह में वे केवल 3 दिन ही स्कूल पहुंचे, शेष दिनों में कभी अवकाश तो कभी अन्य कारण बताकर अनुपस्थित रहे। इसके अलावा सहायक ग्रेड-2 रजनी शर्मा और सहायक ग्रेड-3 दुर्गा देवी ध्रुव भी पिछले दो दिनों से अनुपस्थित रहीं।
भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की
जिला शिक्षा अधिकारी ने सुढ़ेला के प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला में मध्यान्ह भोजन कक्ष और भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की और रसोइयों को स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन बनाने के निर्देश दिए। डीईओ ने स्पष्ट किया कि, लंबे समय से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों और लिपिकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।