भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टी20 सीरीज बराबर रही. वनडे सीरीज भारत ने अपने नाम की. इन दोनों ही सीरीज में रोहित शर्मा नहीं रहे. चूंकि अगले साल टी20 वर्ल्ड कप होना है. ऐसे में कई फैंस का मानना था कि रोहित शर्मा को इन सीरीज में खेलना चाहिए था, जिनके नाम टी20 क्रिकेट का सबसे तेज शतक का भारतीय रिकॉर्ड है.
रोहित शर्मा जब अपने पर आते हैं तो विरोधियों के परखच्चे उड़ते हैं. मैदान पर तूफान आता है और खड़ा होता है रनों का पहाड़. रोहित शर्मा का ऐसा ही तूफान छह साल पहले आया था, जिसने श्रीलंका के होश उड़ा दिए थे. रोहित शर्मा ने इस मैच में 35 गेंद पर शतक ठोक दिया था और भारत ने 260 रन का पहाड़ खड़ा किया था. विराट कोहली उस मैच में नहीं थे. तो फिर रोहित शर्मा का साथ किसने दिया था. कौन था टीम का कप्तान… नतीजे का अंदाजा तो आपने लगा लिया होगा लेकिन जीत का अंतर क्या था.
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टी20 सीरीज बराबर रही. वनडे सीरीज भारत ने अपने नाम की. इन दोनों ही सीरीज में रोहित शर्मा नहीं रहे. चूंकि अगले साल टी20 वर्ल्ड कप होना है. ऐसे में टीम इंडिया और रोहित शर्मा के कई फैंस का मानना था कि उन्हें इन सीरीज में खेलना चाहिए था. खैर हम आगे बढ़ते हैं और छह साल पहले आज ही के दिन खेली गई रोहित शर्मा की उस पारी को याद करते हैं, जो अब भी किसी भारतीय क्रिकेटर का सबसे तेज टी20 शतक है.
22 दिसंबर 2017 को इंदौर में भारत और श्रीलंका का मुकाबला हुआ. भारत ने पहले बैटिंग की और 260 रन का विशालकाय स्कोर बनाया. इस मैच में आलम यह था कि रोहित शर्मा और केएल राहुल ने 165 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप कर डाली और वह भी 13 ओवर के भीतर. रोहित शर्मा जब 43 गेंद की अपनी पारी खेलकर आउट हुए तो उनके नाम के सामने दर्ज थे 118 रन, 12 चौके और 10 छक्के. यानी हिटमैन की इस पारी में 108 रन तो बाउंड्री से आए थे. सिर्फ 10 रन ही दौड़कर लिए गए थे.
यहां यह बताना रोचक होगा कि विराट कोहली उस मैच में नहीं थे. रोहित शर्मा ही मैच में टीम इंडिया कप्तानी भी कर रहे थे. रोहित के साथ ओपनिंग करने उतरे केएल राहुल ने 49 गेंद पर 89 रन की पारी खेली तो तीसरे नंबर पर बैटिंग करने आए एमएस धोनी ने 21 गेंद पर 28 रन बनाए.
भारत ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट पर 260 रन बनाए. यह आज भी भारत का टी20 इंटरनेशनल मैचों में सबसे बड़ा स्कोर है. जाहिर है श्रीलंका के लिए लक्ष्य हासिल करना असंभव जैसा काम था और यह असंभव ही साबित हुआ. श्रीलंका की टीम अपनी तमाम कोशिश के बावजूद 172 रन से आगे नहीं बढ़ सकी और भारत ने 88 रन से मैच जीत लिया.