जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के धुर नक्सल प्रभावित जगरगुंडा में 3.15 एमव्हीए 33, 11 केवी का बहुप्रतिक्षित विद्युत उपकेंद्र स्थापित किया गया है। जिसका उद्देश्य इस नक्सल-ग्रस्त क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कर विकास को गति देना है। बिजली की सुविधा से स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा और उन्हें नए आर्थिक अवसर मिलेंगे।
यह उपकेंद्र राज्य के उन प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों को विकास के मार्ग पर लाने के लिए किए जा रहे हैं। पूर्व में ग्राम जगरगुंडा एवं आसपास के 56 गांमों की विद्युत सप्लाई बासागुड़ा उपकेन्द्र से थी, जहां 11 केव्ही लाईन की लंबाई 90 किमी होने से क्षेत्र में लो-वॉल्टेज की समस्या बनी रहती थी। साथ ही लाईन ब्रेकडाउन होने की स्थिति में उसके मरम्मत कार्य में अत्यधिक समय लगता था।
2 हजार 396 उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ
नवनिर्मित उपकेन्द्र से 11 केव्ही के 4 नए फीडर निकले है, जिससे आसपास के 56 ग्रामों के लगभग 2 हजार 396 उपभोक्ताओं और 15 सीआरपीएफ कैं पों को विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था हो गई है। उपकेन्द्र उर्जीकृत के दौरान विद्युत कंपनी जगदलपुर क्षेत्र के अधीक्षण अभियंता एमडब्ल्यू हैनरी, कार्यपालन अभियंता सलीम खान, जूसफ केरकट्टा, अमर भगत, एनके मांझी, सहायक अभियंता फणेश्वर यादव, सुनील ध्रुव, कनिष्ठ अभियंता मनोज साहू, क्षेत्रीय लाइन कर्मचारी, एके कंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर रवि अंकै या शामिल रहे।
समस्या के मिला छुटकारा
उपभोक्ताओं ने बताया कि इस उपकेन्द्र से अब गांवों में बार-बार बिजली बंद और लो-समस्या से छुटकारा मिल गया है। उन्होंने बताया कि बिजली बंद होने से ग्रामीणों के साथ-साथ पढ़ाई कर रहे बच्चों को परेशानी होती थी।
शिकायत पर शीघ्र निराकरण करें
विद्युत कंपनी जगदलपुर क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक टीके मेश्राम ने बताया कि इस उपकेन्द्र से 56 गांवों को राहत मिलेगी। साथ ही क्षेत्र के डीई, एई, जेई को निर्देश दिए कि उपभोक्ताओं की शिकायत पर शीघ्र ही निराकरण करें।