भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने पहली बार खुलासा किया है कि इस मिशन के दौरान पाकिस्तान के 4–5 लड़ाकू विमान, एक भारी-भरकम C-130 और निगरानी विमान आसमान से धूल चाटने पर मजबूर हो गए।
6–7 मई की रात शुरू हुए इस जवाबी हमले ने पाकिस्तान के रडार, कंट्रोल सेंटर, रनवे, मिसाइल सिस्टम और हैंगर तक को तबाह कर दिया। एयर चीफ ने साफ कहा—”हमारे वार इतने गहरे थे कि पाकिस्तान को खुद युद्धविराम की भीख मांगनी पड़ी।”
जब पाकिस्तानी दावों का ज़िक्र हुआ तो एयर चीफ ने करारा तंज कसा—
“उनकी बातें महज़ मनोरंजन की कहानियां हैं। अगर उन्हें लगता है कि उन्होंने हमारे 15 विमान गिरा दिए, तो मान लें। अगली बार आएंगे तो वैसे ही 15 विमान कम रहेंगे।”
भारत ने इस ऑपरेशन में पहली बार 300 किमी से ज्यादा दूरी वाली सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का भी इस्तेमाल किया, जिससे दुनिया को साफ संदेश गया—भारतीय आकाश impregnable (अभेद्य) है और हमारी मार अचूक।
पृष्ठभूमि में, यह कार्रवाई पहलगाम (22 अप्रैल 2025) के आतंकी हमले के बाद हुई थी। भारत ने PoK और पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के 9 कैंप ध्वस्त किए, और जब पाकिस्तान ने ड्रोन से जवाब देने की कोशिश की तो हमारे मिसाइल हमलों ने उनके 11 एयरबेस मलबे में बदल दिए।
10 मई को पाकिस्तान के DGMO को झुककर भारत से युद्धविराम की अपील करनी पड़ी।