नई दिल्ली। देश की न्यायपालिका की गरिमा को झकझोर देने वाली घटना सुप्रीम कोर्ट में सामने आई। भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर. गवई पर एक व्यक्ति ने अचानक जूता फेंक दिया। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत आरोपी को पकड़ लिया और उसे हिरासत में ले लिया।
इस घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
PM मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर लिखा –
“मैंने मुख्य न्यायाधीश गवई जी से बात की। सुप्रीम कोर्ट परिसर में उन पर हुआ हमला बेहद निंदनीय है। यह न केवल न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुंचाता है बल्कि हर भारतीय को व्यथित करता है। हमारे समाज में इस तरह के कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा –
“न्यायमूर्ति गवई ने विपरीत परिस्थितियों में जिस धैर्य और संयम का परिचय दिया, वह प्रशंसनीय है। यह उनके न्याय के प्रति समर्पण और संविधान की गरिमा को दर्शाता है।”
घटना और जांच
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यह घटना सुप्रीम कोर्ट परिसर में पेश आई।
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एक अज्ञात व्यक्ति ने अचानक CJI की ओर जूता फेंका।
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सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को काबू में कर लिया।
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फिलहाल अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है और दोषी पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
क्यों उठे सवाल?
इस घटना ने न्यायपालिका की सुरक्षा व्यवस्था और गरिमा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि लोकतांत्रिक ढांचे और सामाजिक मर्यादाओं को बनाए रखने के लिए सख्ती और जागरूकता दोनों ज़रूरी हैं।
कुल मिलाकर, सुप्रीम कोर्ट परिसर में घटी यह घटना पूरे देश के लिए चिंता का विषय बन गई है। सरकार और न्यायपालिका दोनों ने साफ किया है कि ऐसे असामाजिक कृत्यों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।