जम्मू-कश्मीर।
बडगाम और नगरोटा विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले राजनीतिक तापमान चढ़ने लगा है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने सत्तारूढ़ सीएम उमर अब्दुल्ला की सरकार पर तीखा हमला बोला है। चुघ ने कहा कि भाजपा किसी “बाप-बेटे” या “मां-बेटी” की पार्टी नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं की पार्टी है, जो विचारधारा और संगठन की ताकत से चुनाव लड़ती है।
️ भाजपा की चुनावी रणनीति पर बयान
तरुण चुघ ने कहा –
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“भाजपा हर चुनाव को लोकतंत्र का उत्सव मानती है। चाहे उपचुनाव हो या लोकसभा चुनाव, हम पूरी मजबूती से मैदान में उतरते हैं।”
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“पार्टी लगातार मंथन और तैयारी कर रही है। भाजपा का संघर्ष किसी परिवारवाद पर आधारित नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं की मेहनत और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर टिका है।”
उमर अब्दुल्ला से ‘कामकाज का हिसाब’
भाजपा नेता ने सीएम उमर अब्दुल्ला को घेरते हुए कहा –
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“सरकार को एक साल हो चुका है। अब समय है कि उमर साहब जनता को अपने वादों का हिसाब दें।”
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“उनकी सरकार ने अब तक एक भी वादा पूरा नहीं किया। यह वादाखिलाफी की सरकार है, जिसने जनता को गुमराह करने के अलावा कुछ नहीं किया।”
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“जम्मू-कश्मीर की जनता आपसे जवाब मांग रही है।”
⚡ एलजी पर लगाए गए आरोपों का जवाब
सरकार की तरफ से बार-बार उठाए गए इस आरोप पर कि एलजी ऑफिस फैसलों में बाधा डाल रहा है, चुघ ने साफ कहा –
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“कैबिनेट के 95% फैसलों को एलजी ने मंजूरी दी है। एक भी जनहित का फैसला रोका नहीं गया।”
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“अगर सरकार सही मायने में जनता के लिए काम करेगी, तो मंजूरी से रोकने का सवाल ही नहीं उठता। लेकिन हकीकत यह है कि सरकार जनता से ज्यादा बहानेबाजी में उलझी है।”
️ उपचुनाव की पृष्ठभूमि
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बडगाम सीट उमर अब्दुल्ला के इस्तीफे से खाली हुई।
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नगरोटा सीट भाजपा नेता देवेंद्र सिंह राणा के निधन के कारण रिक्त हुई।
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उपचुनाव की वोटिंग 11 नवंबर को होगी, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।
कुल मिलाकर, जम्मू-कश्मीर उपचुनाव ने भाजपा और विपक्षी दलों के बीच परिवारवाद बनाम कार्यकर्ता-आधारित राजनीति की बहस को तेज कर दिया है। अब सबकी नज़रें 11 नवंबर के मतदान पर होंगी, जहां जनता तय करेगी कि किसके वादों पर भरोसा किया जाए।