मुंबई। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने कहा है कि शेयर बाजार में अनिवासी भारतीयों (NRI) की सक्रिय भागीदारी बढ़ाने के लिए केवाईसी (KYC) सिस्टम को और सरल और सुरक्षित बनाने पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने माना कि देश में अब भी पूंजी बाजार को लेकर जागरूकता का स्तर काफी कम है।
जागरूकता और सहभागिता का अंतर
SEBI प्रमुख ने बताया कि एक हालिया राष्ट्रीय सर्वेक्षण से यह सामने आया है कि देश के करीब 63% लोग प्रतिभूति उत्पादों से वाकिफ हैं, लेकिन उनमें से केवल 9.5% ही सक्रिय निवेशक हैं। शहरी क्षेत्रों में यह आंकड़ा थोड़ा बेहतर है, जहां लगभग 15% लोग शेयर बाजार में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
एनआरआई निवेशकों पर फोकस
BFF Capital Market Confluence 2025 को संबोधित करते हुए पांडे ने कहा –
“हमने निवेशकों के लिए KYC प्रक्रिया को काफी सरल बनाया है। जैसे ही प्रक्रिया पूरी होती है, उन्हें तुरंत लेन-देन की अनुमति मिल जाती है। लेकिन अब हमारी प्राथमिकता यह है कि NRI निवेशकों के लिए भी यह प्रक्रिया और ज्यादा सहज हो, ताकि वे भारतीय बाजार में ज्यादा से ज्यादा हिस्सा ले सकें।”
उन्होंने कहा कि SEBI की कोशिश है कि जागरूकता अभियानों और KYC सुधारों के जरिए निवेशकों को न केवल बाजार से जोड़ा जाए, बल्कि उन्हें भरोसेमंद और सुरक्षित अनुभव भी दिया जाए।