तिरुवनंतपुरम (केरल) – 26 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर की आत्महत्या मामले में अब बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस ने इस केस में निधिश मुरलीधरन नाम के शख्स के खिलाफ IPC सेक्शन 377 (अननेचुरल सेक्सुअल ऑफेंस) के तहत केस दर्ज किया है।
FIR और जांच
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17 अक्टूबर को थंपनूर थाने में केस दर्ज किया गया।
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इसके बाद केस को कोट्टायम के पोनकुन्नम पुलिस थाने में ट्रांसफर कर दिया गया है।
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स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वहां भी नई FIR दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी।
कैसे हुआ था मामला?
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पीड़ित इंजीनियर कोट्टायम जिले के एलिक्कुलम का रहने वाला था।
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9 अक्टूबर को उसका शव थंपनूर स्थित एक लॉज के कमरे में फंदे से लटका मिला।
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पहले इसे अननेचुरल डेथ का मामला दर्ज किया गया था।
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आत्महत्या से पहले इंजीनियर ने इंस्टाग्राम पर 15 पेज का सुसाइड नोट डाला था, जिसमें बार-बार “NM” नाम लिखकर यौन शोषण के आरोप लगाए थे।
RSS से जुड़ा था इंजीनियर
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मृतक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ा हुआ था।
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उसका परिवार भी लंबे समय से RSS से संबंध रखता है।
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सुसाइड नोट में दावा किया गया कि RSS कैंप्स में भी शोषण हुआ।
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हालांकि, पीड़ित ने खुद यह भी लिखा कि आरोप साबित करने के लिए ठोस सबूत उसके पास नहीं हैं।
RSS का पक्ष
13 अक्टूबर को RSS की दक्षिण केरल यूनिट ने बयान जारी करते हुए आरोपों को निराधार बताया।
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संघ ने कहा – “हमारे स्वयंसेवक की मौत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। आत्महत्या के नोट में लगाए गए आरोप संदिग्ध हैं। हम जिला पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। स्वतंत्र जांच से साफ हो जाएगा कि RSS निर्दोष है।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया
12 अक्टूबर को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने X पर लिखा था –
“RSS को इस मामले पर जवाब देना चाहिए। देशभर में लाखों बच्चे और नाबालिग इन कैंप्स में जाते हैं। लड़कों के साथ भी लड़कियों जितना ही शोषण होता है। इस पर चुप्पी नहीं चलेगी।”
कुल मिलाकर, केरल इंजीनियर आत्महत्या मामले ने अब कानूनी और राजनीतिक दोनों स्तरों पर हलचल मचा दी है। पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, वहीं सुसाइड नोट में आए आरोपों को लेकर RSS और विपक्षी नेताओं के बीच तीखी बहस छिड़ गई है।