बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अब पूरे शबाब पर है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अक्टूबर से राज्य के चार दिवसीय दौरे पर पहुंचने वाले हैं। इस दौरान वे समस्तीपुर से चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए कुल 12 रैलियां करेंगे। दिलचस्प बात यह है कि छठ पूजा की आस्था को ध्यान में रखते हुए मोदी छठ के दौरान कोई सभा नहीं करेंगे।
NDA का चुनावी दमखम
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के अनुसार, रैलियों का पूरा कार्यक्रम पीएमओ को भेजा जा चुका है। इससे पहले ही गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और एमपी सीएम मोहन यादव मैदान में लगातार सभाएं कर चुके हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि मोदी का यह दौरा नीतीश कुमार की सरकार को और मजबूत करने और अगले पांच साल के लिए NDA की रणनीति को पक्का करने की कवायद है।
विपक्षी खेमे में खटपट
इधर महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ता दिख रहा है। कई सीटों पर घटक दल एक-दूसरे के खिलाफ ही प्रत्याशी खड़ा कर रहे हैं। खबरें हैं कि राहुल गांधी बिहार का दौरा टाल रहे हैं और तेजस्वी यादव भी पटना में रहकर सक्रियता से बच रहे हैं।
वैशाली, लालगंज, कहलगांव और राजापाकड़ जैसी सीटें इस खींचतान की सबसे बड़ी मिसाल बन चुकी हैं।
मुस्लिम वोट बैंक पर नई जंग
बिहार के चुनाव में लगभग 17.5% मुस्लिम वोट निर्णायक माने जाते हैं। महागठबंधन की अंदरूनी फूट से इन वोटों में बिखराव की आशंका जताई जा रही है। वहीं प्रशांत किशोर (PK) और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी इस वोट बैंक को साधने की कोशिश में हैं। ऐसे में विपक्ष की चुनौती और बड़ी होती दिख रही है।