भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की असहिष्णुता एक बार फिर सामने आई है। दरअसल, कर्नाटक में एक पंचायत अधिकारी को आरएसएस के कार्यक्रम में भाग लेने पर निलंबित कर दिया गया, जिसे लेकर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है।
️ पूनावाला का बयान
-
“कांग्रेस दोहरे मापदंड अपनाती है। वह SDPI और PFI जैसे अलगाववादी संगठनों के साथ खड़ी रहती है, लेकिन राष्ट्रवादी संगठन RSS के कार्यक्रम में शामिल होने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करती है।”
-
“RSS कोई राजनीतिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी संगठन है, फिर भी कांग्रेस इसकी गतिविधियों पर रोक लगाने में जुटी रहती है।”
मामला क्या है?
-
12 अक्टूबर को लिंगसुगुर (कर्नाटक) में RSS का शताब्दी कार्यक्रम हुआ।
-
सिरवार तालुक के पंचायत विकास अधिकारी प्रवीण कुमार कार्यक्रम में RSS की वर्दी पहनकर रूट मार्च में शामिल हुए।
-
ग्रामीण विकास और पंचायत राज विभाग ने इसे नियमों का उल्लंघन मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया और फिर निलंबन का आदेश दे दिया।
-
आदेश IAS अधिकारी अरुंधति चंद्रशेखर ने जारी किया। फिलहाल प्रवीण कुमार विभागीय जांच का सामना कर रहे हैं और उन्हें केवल जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने इस निलंबन को हिंदू विरोधी मानसिकता करार दिया है। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस लगातार RSS के खिलाफ पक्षपाती रवैया अपनाती है और राष्ट्रवादी संगठनों को बदनाम करने की कोशिश करती है।
साफ है कि कर्नाटक की इस घटना ने कांग्रेस और भाजपा के बीच RSS को लेकर पुराना विवाद फिर से गरमा दिया है।