गांव से शहर तक छत्तीसगढ़ में छाया कोहरा; और ठण्ड बढ़ने की सम्भावना, 5 फीट तक विजिबिलिटी सवेरे 9 बजे तक रही महासमुंद में…!

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छत्तीसगढ़ के कई जिलों में रविवार सुबह घना कोहरा छाया रहा है। महासमुंद के लाफिनखुर्द में सुबह 9 बजे तक 5 फीट तक विजिबिलिटी रही। वाहनों को लाइट का सहारा लेना पड़ा। वहीं कोरबा में भी शीतलहर चल रही है। यहां सुबह तक कोहरा छाया रहा। हालांकि पश्चिम से आ रही हवा के कारण 2 डिग्री तक दिन और रात का पारा चढ़ा है। आने वाले 2 दिनों में न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट आएगी।

शनिवार को रायपुर समेत कई जिलों पर सुबह बादल छाए रहे फिर दोपहर में धूप निकल गई। विक्षोभ के असर के कारण रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर में रात का पारा भी बढ़ा है। शनिवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री नारायणपुर में रिकॉर्ड किया गया। वहीं सबसे अधिक तापमान डोंगरगढ़ में 29.4 डिग्री रहा।

प्रदेश में हवा की दिशा उत्तर पश्चिम और उत्तर पूर्व है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी ठंड का असर है। लेकिन शुक्रवार की तुलना में शनिवार को रायपुर , बिलासपुर , अंबिकापुर पेण्ड्रा में न्यूनतम तापमान औसत से 1 से 2 डिग्री अधिक रहा। जिससे लोगों को ठंड से हल्की राहत मिली है।

11 जिलों में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री से नीचे

जिलान्यूनतम तापमान
नारायणपुर7.9 डिग्री
कांकेर9.3 डिग्री
दंतेवाड़ा9.8 डिग्री
बस्तर9.4 डिग्री
बीजापुर11.9 डिग्री
राजनांदगांव12.5 डिग्री
दुर्ग12.4 डिग्री
महासमुंद11.9 डिग्री
कोरिया12 डिग्री
जशपुर10.2 डिग्री
बलरामपुर12.3 डिग्री


प्रदेश भर में शनिवार को नारायणपुर सबसे ठंडा रहा, नारायणपुर में न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।पश्चिमी विक्षोभ के असर से रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को रायपुर में 12.3 डिग्री था जो बढकर 14.4 डिग्री में पहुच गया। बिलासपुर में रात का पारा 11.6 से बढकर 14.4 डिग्री रहा। शुक्रवार को दुर्ग में रात का पारा 10 डिग्री था जो शनिवार को बढकर 12.4 डिग्री पर पहुचा।

क्या होता है पश्चिमी विक्षोभ

पश्चिम दिशा यानी ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान की ओर से निम्न दबाव और चक्रवात के कारण गर्म और ठंडी हवाओं का मिलन होता है। इससे बादल बनते हैं। ये बादल उत्तर भारत में प्रवेश करते हैं और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, उत्तरप्रदेश होते हुए झारखंड में प्रवेश करते हैं। बादलों से तापमान बढ़ता हैै।

पर्यावरण बदलने से पश्चिमी विक्षोभ की संख्या बढ़ी

माैसम विभाग के अनुसार, कुछ सालाें के रिकाॅर्ड के अनुसार ठंड में 7 पश्चिमी विक्षोभ आते थे, लेकिन पर्यावरण में बदलाव के कारण अब संख्या बढ़ गई है।

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