रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को किया नमन…!

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मुख्यमंत्री रायपुर के तेलीबांधा गुरूद्वारा में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल

गुरूद्वारा में मत्था टेककर गुरूग्रंथ साहिब की परिक्रमा की, कीर्तन और अरदास में भी शामिल हुए

हिन्दू धर्म की रक्षा और देश को आजादी दिलाने में सिख बंधुओं का बड़ा योगदान – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज वीर बाल दिवस पर रायपुर के तेलीबांधा गुरूद्वारा (गुरूद्वारा धन-धन बाबा बुड्ढा साहिब जी) में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने गुरूद्वारा में मत्था टेककर गुरूग्रंथ साहिब की परिक्रमा की। उन्होंने गुरू गोविंद सिंह जी के परिवार के बलिदान और उनके सुपुत्रों की शहादत को याद कर उन्हें नमन किया। श्री साय गुरूद्वारा में कीर्तन और अरदास में भी शामिल हुए। कैबिनेट मंत्री श्री रामविचार नेताम, सांसद श्री सुनील सोनी, विधायकगण सर्वश्री पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू और संपत अग्रवाल भी कार्यक्रम में शामिल हुए। गुरूद्वारा प्रबंधन समिति और सिख समाज के अनेक पदाधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

मुख्यमंत्री रायपुर के तेलीबांधा गुरूद्वारा में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल
मुख्यमंत्री रायपुर के तेलीबांधा गुरूद्वारा में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल
मुख्यमंत्री रायपुर के तेलीबांधा गुरूद्वारा में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वीर बाल दिवस के मौके पर मैं आज गुरूग्रंथ साहिब में मत्था टेकने आया हूं। मैं गुरू गोविंद सिंह जी और उनके साहिबजादों के बलिदान को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म की रक्षा और देश को आजादी दिलाने में सिख बंधुओं का बड़ा योगदान है। उनके महान काम हमारे इतिहास में दर्ज हैं। उन्होंने गुरू गोविंद सिंह जी के साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह बहादुर सिंह की शहादत को याद करते हुए कहा कि छह वर्ष और नौ वर्ष की अल्पायु में ही इन बालकों को मुगल शासक ने दीवारों में चुनवा दिया था। अपने धर्म की रक्षा के लिए इन दोनों ने बहुत कम उम्र में ही अपने आप को बलिदान कर दिया।

मुख्यमंत्री रायपुर के तेलीबांधा गुरूद्वारा में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री साय ने ऐसे बहादुर बच्चों की शहादत के पुण्य स्मरण के लिए हर वर्ष वीर बाल दिवस बनाने की पहल के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष प्रकाश पर्व पर प्रधानमंत्री ने हर वर्ष 26 दिसम्बर को बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह बहादुर सिंह की शहादत को याद करने के लिए वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों में इन दोनों की शहादत के पुण्य स्मरण के साथ ही बच्चों में वीरता की भावना जागृत हो रही है।

श्री साय ने कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश के लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री का बेहद जिम्मेदारी भरा दायित्व सौंपा है। वे इस पद की गरिमा को बनाए रखते हुए लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में हम चल चुके हैं। हमने कैबिनेट की अपनी पहली ही बैठक में राज्य के लोगों के लिए 18 लाख प्रधानमंत्री आवास बनाने का फैसला लिया है। सुशासन दिवस पर 25 दिसम्बर को किसानों को दो साल के लंबित धान के बोनस का भुगतान कर दिया है। उन्होंने कार्यक्रम में आमंत्रण के लिए सिख समाज को धन्यवाद दिया।

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