APEC समिट के साइडलाइन पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्युंग को उपहार स्वरूप दो शाओमी स्मार्टफोन दिए। इस उपहार के दौरान ली ने हंसते हुए पूछा, “क्या कम्युनिकेशन लाइन सुरक्षित है?” — जिस पर शी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “देख लीजिए कहीं उसमें बैकडोर तो नहीं।” Reuters+1
ये पल क्यों चर्चा में आया?
यह छोटा-सा विनिमय इसलिए वायरल हुआ क्योंकि तकनीक और सुरक्षा को लेकर चीन के उपकरणों पर वैश्विक स्तर पर पहले से संदेह है, और किसी देश के राष्ट्रपति के बीच ऐसा मजाकिया जिक्र मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म्स पर तुरंत आकर्षण का विषय बन गया। कई खबरों ने इसे साइबर-सिक्योरिटी और अंतरराष्ट्रीय भरोसे की संवेदनशीलता के संदर्भ में रिपोर्ट किया। mint+1
‘बैकडोर’ से क्या मतलब है — एक छोटा स्पष्टीकरण
बैकडोर किसी सिस्टम या डिवाइस में छिपा ऐसा रास्ता होता है जो सामान्य प्रमाणीकरण (authentication) को दरकिनार करके बाहरी पक्ष को डाटा या सिस्टम तक पहुंच दे सकता है। कभी-कभी इसका वैध उपयोग रिमोट सपोर्ट के लिए होता है, पर सामान्यत: इसे हैकिंग, निगरानी या डेटा चोरी के संदर्भ में नकारात्मक रूप से लिया जाता है — इसलिए यह जिक्र सेंसिटिव माना गया। mint
घटना कहां और कब हुई?
यह मुलाकात APEC के सत्र के दौरान Gyeongju (दोहा नहीं) में हुई—शी और ली का यह आदान-प्रदान 1 नवंबर को मीडिया कैमरों में कैद हुआ और बाद में कई अंतरराष्ट्रीय समाचार संस्थानों ने इसे कवर किया। (नोट: रिपोर्ट्स में APEC की मेज़बान जगह—Gyeongju—और तारीख़ का उल्लेख है)। CNA+1