प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने चार साल के दौरान कूड़ा-कचरा निपटान कर 4085 करोड़ रुपये कमा लिए हैं। इसके अलावा 231.75 लाख स्क्वेयर फीट जमीन को कचरा मुक्त किया जा चुका है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी है।
उन्होंने एक्स पर बताया कि 2021 से अब तक स्वच्छता विशेष अभियान 5.0 ने नए मानक स्थापित किए हैं। यह सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है। उन्होंने बताया कि 2021 से अभी तक कचरे का निपटान कर 4085 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। उन्होंने देश में स्वच्छता के प्रति जागरूकता जगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया।
दिल्ली में कूड़े के पहाड़ राजनीति का अहम विषय रहा है। आम आदमी पार्टी को भी कड़े के पहाड़ों को लेकर घेरा जाता था। एमसीडी अधिकारियों की मानें तो दिल्ली में भी कूड़े के पहाड़ धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं। मीडिया से बातचीत में एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक सात कूड़ों के पहाड़ों से कचरे को हटाकर 46 एकड़ जमीन को मुक्त करा लिया गया है। इस भूमि का उपयोग पौधारोपण और नए कचरे के निस्तारण के लिए किया जाएगा।
कचरा निस्तारण में गति मिलेगी
एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लैंडफिल साइटों से औसतन रोजाना 25 हजार मीट्रिक टन कचरे का निस्तारण किया जा रहा है। हमारी योजना है कि जिस भूमि से कचरे को हटा दिया गया है, उसी जमीन पर नए कचरे को निस्तारित किया जाए। इससे कचरा निस्तारण की रफ्तार तेज होगी।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर भाजपा शासित राज्यों में सेवा पखवाड़ा मनाया जाता है। दिल्ली में भी बीजेपी की सरकार बनने के बाद 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर को सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया गया। इस दौरान स्वच्छता अभियान चलाया गया। साथ ही, लोगों को जागरूक करने के लिए भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। वर्तमान में भी लोगों को निरंतर जागरूक किया जा रहा है ताकि दिल्ली में कूड़े के पहाड़ों को कम किया जा सके।