नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल ने भारतीय खेल इतिहास में नई मिसाल कायम कर दी। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने साउथ अफ्रीका को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप खिताब जीता और इस जीत का रोमांच केवल मैदान तक सीमित नहीं रहा। इस मैच ने व्यूअरशिप के मामले में ऐसा रिकॉर्ड बनाया कि यह सीधे पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल के बराबर पहुंच गया।
ICC के अनुसार, फाइनल मुकाबले को जियोहॉटस्टार पर 18.5 करोड़ दर्शकों ने लाइव देखा। इसके अलावा 9.2 करोड़ लोग टीवी पर इस मैच से जुड़े रहे। दोनों माध्यमों को मिलाकर महिला क्रिकेट ने वही आंकड़ा छू लिया जो पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप 2024 और पुरुष वनडे वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबलों ने हासिल किया था। इतना ही नहीं, इस पूरे टूर्नामेंट की डिजिटल पहुंच सिर्फ भारत में 44.6 करोड़ दर्शकों तक पहुंची, जो महिला क्रिकेट इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह आंकड़ा पिछले तीन वर्ल्ड कप की संयुक्त डिजिटल व्यूअरशिप से भी अधिक है।
फाइनल मैच को देखने के लिए स्टेडियम में भी दर्शकों का सैलाब उमड़ पड़ा। 39,555 लोगों ने स्टेडियम में मौजूद रहकर भारतीय टीम को इतिहास रचते देखा, जबकि पूरे टूर्नामेंट के दौरान लगभग 3 लाख दर्शक अलग-अलग वेन्यू पर पहुंचे। कुल मिलाकर टीवी, डिजिटल और स्टेडियम—तीनों माध्यमों के जरिए करीब 50 करोड़ भारतीयों ने महिला वर्ल्ड कप को देखा। यह साबित करता है कि महिला क्रिकेट अब दर्शकों के दिलों में पुरुष क्रिकेट जितनी ही जगह बना चुका है।
इससे पहले 5 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान के ग्रुप मैच ने भी रिकॉर्ड कायम किया था जब 2.84 करोड़ लोगों ने इसे देखा था, लेकिन फाइनल ने इस रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया। भारतीय महिला टीम ने 47 साल के लंबे इंतजार के बाद यह खिताब अपने नाम किया, जिससे देशभर में खुशी की लहर दौड़ गई।
टूर्नामेंट की इस अद्भुत सफलता के बाद ICC ने महिला क्रिकेट के भविष्य को और बड़ा करने का फैसला लिया है। 2029 के महिला वनडे वर्ल्ड कप में अब 10 टीमें हिस्सा लेंगी, जबकि इस बार तक सिर्फ 8 टीमें खेला करती थीं। इसके साथ ही मैचों की संख्या भी बढ़ाकर 48 कर दी जाएगी। यह फैसला दिखाता है कि महिला क्रिकेट अब सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक उभरती हुई वैश्विक ताकत बन रहा है।