भिलाई के एक ही परिवार के चार लोगों ने एक साथ 26 दिसंबर की शान जहर खा लिया। राष्ट्रबोध की इस खबर को लिखे जाने तक पिता और पुत्री की दर्दनाक मौत हो चुकी थी। जबकि एक बच्ची और पत्नी की हालत गंभीर है।
जामुल के लक्ष्मीपारा, जामुल के 40 वर्षीय हेमलाल वर्मा हेमलाल वर्मा, अपनी पत्नी जाह्नवी (38), बेटी प्रिया (14), मुस्कान (11) और रितिका (7) के साथ रहता था। मकान के नीचे के हिस्से में उसके माता-पिता रहते हैं। हेमलाल भिलाई नगर निगम के कोहका में पंप ऑपरेटर था।
वह रोज की तरह 25 दिसंबर को भी ड्यूटी के लिए निकला था और रात करीब 9 बजे घर लौटा। परिजनों ने पुलिस को बताया कि हेमलाल ने घर आकर पत्नी को मिठाई दी और कहा कि उसे किसी बाबा ने प्रसाद दिया है। इसे खाने से कोरोना और अन्य कोई बीमारी नहीं होगी।
पत्नी ने प्रसाद खाने से मना किया तो हेमलाल ने उसे जबरदस्ती खिलाया। इसके बाद बड़ी बेटी प्रिया और मुस्कान को भी प्रसाद खिलाने के बाद खुद खा लिया। रात करीब 11 बजे सभी को उल्टियां होने लगी। इस पर जाह्नवी किसी तरह ऊपर सास-ससुर के पास पहुंची और उन्हें पूरी बात बताई।
परिजन सभी को लेकर अस्पताल पहुंचे और भर्ती कराया। जांच के बाद डॉक्टरों ने खेमलाल को मृत घोषित कर दिया। उपचार के दौरान रात करीब 3 बजे प्रिया ने भी दम तोड़ दिया। जाह्नवी और मुस्कान का उपचार जारी है। परिजनों ने बताया कि रितिका अपने दादा-दादी के पास सो रही थी।
पुलिस का कहना है कि मामला पूरे परिवार का संयुक्त रूप से खुदकुशी का दिख रहा है। खेमलाल ने जानते हुए अपनी पत्नी और बेटियों को जहर दिया और खुद खाया है। पुलिस इस मामले में परिजनों और आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है।
दिल दहला देने वाली ऐसी वारदात सोने को मजबूर कर देती है कि आखिर किसी भी परेशानी से उबरने के लिए कोई इंसान परिवार के साथ जहर कैसे खा सकता है ?