दुर्ग, 24 नवंबर 2025/ जिले की श्रीमती तारा साहू ने अपनी मेहनत और लगन से ’’बिहान’’ स्व-सहायता समूह से जुड़कर न सिर्फ अपनी बल्कि आस-पास के कई गांवों की ग्रामीण महिलाओं और किसानों की आजीविका को सशक्त बनाया है। जिले के नंदिनीखुर्दनी ग्राम पंचायत की निवासी श्रीमती साहू ने वर्ष 2018 में बीसी (बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट) सखी के रूप में अपना कार्य प्रारंभ किया। शुरुआती चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किया। उनकी इसी लगन, समर्पण और सर्वाधिक ट्रांज़ैक्शन के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें 24 नवंबर 2025 को न्यू सर्किट हाउस, सिविल लाइन, रायपुर में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला में मिशन संचालक, सीजीएसआरएलएम द्वारा “उत्कृष्ट बीसी सखी अवार्ड” से सम्मानित किया गया। उनकी अनुपस्थिति में यह सम्मान एमीन दीदी द्वारा ग्रहण किया गया।
आजीविका मिशन से मिली ट्रेनिंग और समर्थन राशि का उपयोग कर श्रीमती साहू ने लैपटॉप खरीदा और बैंक ऑफ इंडिया, शाखा पथरिया से जुड़कर कार्य शुरू किया। आज वे 4500 से अधिक बैंक खाते खोल चुकी हैं और नंदिनीखुर्दनी सहित 06 आस-पास के गांवों में नकद जमा व निकासी, नए बैंक खाते खोलने, बिजली बिल भुगतान, फसल बीमा आवेदन, और विभिन्न सरकारी योजनाओं के आवेदन जैसी महत्वपूर्ण डिजिटल और बैंकिंग सेवाएँ घर-घर जाकर उपलब्ध करा रही हैं। जो कार्य बड़े बैंक शाखाओं के लिए भी कठिन होता है, उसे तारा साहू ने अकेले दम पर संभव कर दिखाया है। बीसी सखी के रूप में ट्रांज़ैक्शन पर मिलने वाले कमीशन से उन्हें 10 हजार से 11 हजार रुपये मासिक आय होती है, जिससे उनके परिवार की आजीविका सुरक्षित हुई है। श्रीमती तारा साहू का यह सफर ’’बिहान’’ स्व-सहायता समूह की प्रेरक यात्रा को प्रमाणित बनाता है।