दुर्ग, 04 दिसंबर 2025/ वन संरक्षण को लेकर वन विभाग के सभी अमले द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है। धमधा और पाटन डिविजन में वन संरक्षण प्रणाली मज़बूत है तथा विभाग की टीम लगातार क्षेत्र में सघन निरीक्षण कर अवैध गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगा रही है। सभी आरा मशीनों और बीट क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण रोस्टर के अनुसार किया जा रहा है। मुख्य वन संरक्षक द्वारा निर्धारित रोस्टर अनुसार आरामिलों का प्रति माह उप वन मंडलाधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी और सहायक परिक्षेत्र अधिकारी आरामिलों का निरीक्षण करते हैं, जिससे पारदर्शिता और नियंत्रण व्यवस्था बेहतर हुई है।
वन विभाग द्वारा किए गए सक्रिय प्रयासों का परिणाम यह रहा कि जनवरी 2025 से अब तक 39 वन अपराध प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिसमें लगभग 4 लाख रुपये का मुआवजा आरोपित किया गया है। इसके साथ ही अनुमानित 1028 नग (67.548 घन मीटर) व 15 जलाऊ चट्टा काष्ठ शासन के हित में जमा कराया गया है। विभाग ने 04 आरामिलों को सीलबंद किया है, जिनमें से 01 अवैध आरा मशीन को राजसात भी किया गया है।
वन विभाग क्षेत्र में अवैध कटाई और परिवहन को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और लगातार प्रभावी कार्रवाई कर रहा है। अवैध परिवहन के तहत अपराध पाए जाने पर अपराध पंजीबद्ध कर संबंधित अभियुक्त से मुआवजा की राशि वसूल कर प्रतिबंधित काष्ठों की जप्ती की जाती है एवं छूट प्रजाति के काष्ठों को निर्मुक्त किया जाता है। वन संरक्षण के लिए वन विभाग के सभी अमले मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा को बढ़ावा मिल रहा है।