मप्र चुनाव सर्वे : नए सर्वे ने तो हिला डाला, इधर मामा टेंशन में तो उधर कमलनाथ को आंखों पर यकीन ही नहीं!…

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मध्य प्रदेश चुनाव 2023: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग से ठीक पहले ताजा सर्वे सामने आया है। इस सर्वे के आंकड़े विपक्षी पार्टी कांग्रेस के लिए पॉजिटिव संकेत लेकर आए हैं। हालांकि, बीजेपी के लिए जरूर सर्वे के आंकड़े टेंशन बढ़ाने वाले हैं। वहीं सर्वे में मुख्य चुनावी मुद्दा भी महंगाई है।


भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में क्या बीजेपी को जोर का झटका लगने जा रहा है? क्या सत्ताधारी पार्टी आगामी चुनाव में पिछड़ने जा रही? ये सवाल एक चुनावी सर्वे के सामने आए चौंकाने वाले नतीजों से उठे हैं। हम बात कर रहे ज़ी न्यूज़ सी फोर सर्वे की, जिसमें कांग्रेस को बढ़त का अनुमान जताया गया है। जी न्यूज के इस ताजा सर्वे में बीजेपी को करारी शिकस्त मिलती दिख रही। कांग्रेस सूबे में सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। चुनावी कार्यक्रम के मुताबिक, सूबे में 17 नवंबर को एक ही फेज में वोटिंग है। इससे ठीक पहले सामने आए इस लेटेस्ट सर्वे ने सत्ताधारी बीजेपी की टेंशन जरूर बढ़ा दी है।

‘एमपी में कांग्रेस होगी सबसे बड़ी पार्टी’

मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं। अगले महीने की 17 को वोटिंग से ठीक पहले जी न्यूज सी फोर सर्वे सामने आया है। इस सर्वे में कांग्रेस को बंपर सीटें आती दिख रही हैं। कांग्रेस को 132 से 146 सीटें आ सकती हैं। बीजेपी को 84 से 98 सीट मिलती दिख रही। वहीं अन्य के खाते में भी 5 सीटें आने के आसार जताए गए हैं।

‘वोटिंग पर्सेंट में कांग्रेस को 46 तो बीजेपी 43% मत’

एमपी चुनाव को लेकर इस सर्वे में वोटिंग पर्सेंट भी कांग्रेस के पक्ष में जाता दिख रहा। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 46 फीसदी वोट पर्सेंट मिले हैं। सत्ताधारी बीजेपी 43 फीसदी वोट पर्सेंट के साथ दूसरे नंबर पर है। निर्दलीय और अन्य को 11 फीसदी वोट मिलता दिख रहा।

एमपी चुनाव में महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा- सर्वे

मध्य प्रदेश विधानसभा में इस बार महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा रह सकता है। जी न्यूज के ताजा सर्वे में ये खुलासा सामने आया है। सर्वे के मुताबिक, 25 फीसदी लोग मानते हैं कि महंगाई इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा है। दूसरे नंबर बेरोजगारी है, 24 फीसदी लोगों ने इसे मुख्य मुद्दा माना है। भ्रष्टाचार को 12 फीसदी, सीवरेज को 9 फीसदी और पेयजल को 7 फीसदी लोगों ने बड़ा मुद्दा बताया है। सड़क और स्वास्थ्य सेवाओं को 6 फीसदी, शिक्षा को 4 फीसदी, बिजली को 3 फीसदी, कानून व्यवस्था को 2 फीसदी लोगों ने बड़ा मुद्दा बताया है।

17 को वोटिंग तो 3 को आएंगे फाइनल नतीजे

फिलहाल ये आंकड़े मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आए सर्वे में आए हैं। चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे करीब आ रही सियासी घमासान तेज होता जा रहा। एक ओर पार्टियां लगातार उम्मीदवारों के लिस्ट जारी कर रहीं। वहीं चुनाव प्रचार भी तेज होता जा रहा। एमपी में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी पार्टी कांग्रेस में है। दोनों ही दल चुनाव प्रचार में जुटे हैं। पार्टी के दिग्गज नेता अपनी-अपनी ओर से चुनावी वादे कर रहे हैं। सभी को इंतजार 17 नवंबर का है जब एमपी में वोटिंग होगी। रिजल्ट 3 दिसंबर को आएगा।

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