दुर्ग : ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसेंसी भारत सरकार द्वारा ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति कृषकों में जागरूकता लाने हेतु बुधवार 10 जनवरी 2024 को कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा (अ) विकासखण्ड पाटन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विभिन्न ग्रामों के लगभग 80 कृषक सम्मिलित हुए। इन्हें फसल परिवर्तन, जल संरक्षण एवं ऊर्जा दक्ष के बारे में जानकारी दी गई। मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विजय जैन (कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा ‘अ’) ने अपने अनुभव साझा करते हुए ऊर्जा एवं जल संरक्षण के बारे मंे अवगत कर नयी तकनीकों के साथ कृषि किये जाने हेतु कृषकों को जागरूक किया। वैज्ञानिक कीट विज्ञान डॉ ईश्वरी कुमार साहू (कृषि विज्ञान केन्द्र पाहंदा ‘अ’) ने सिंचाई जल का फसल उत्पादन, कीट एवं रोग प्रबंधन में जानकारी साझा की गई।
क्रेडा विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री भानु प्रताप एवं जिला प्रभारी श्री रंजीत कुमार यादव द्वारा ऊर्जा संरक्षण के विषय में वर्तमान भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं व दिशा-निर्देशों के बारे में सभी को अवगत कराया गया। साथ ही ऊर्जा संरक्षण के बारे में विभिन्न तरीकों/उपायों, सौर ऊर्जा चलित उपकरणों, कृषि यंत्रों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। विभागीय योजनाओं की जानकारी कार्यशाला के माध्यम से दी गई।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य विषय विशेषाज्ञ श्री कोमल साहू (रॉवमेंट साल्यूशन), श्री यतेश वर्मा (के.वॉय. एनर्जी) एवं श्री रौनक लुथरा (ऊर्जा टेक्नालॉजी) द्वारा ऊर्जा दक्ष पंपों में ऊर्जा बचत की जानकारी दिया गया। कृषकों द्वारा भविष्य में कृषि कार्य के लिए ऊर्जा दक्ष उपकरणों का उपयोग एवं फसल चक्र अपनाते हुए जल संरक्षण हेतु संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में क्रेडा से श्री नितेश बंछोर (सहायक अभियंता), श्री हरीश श्रीवास्तव (उप-अभियंता), कु. यामिनी देवांगन (उप-अभियंता) एवं क्रेडा के अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे।