स्वामी विवेकानंद के नाम पर संचालित छत्तीसगढ़ के एकमात्र भिलाई नेवई स्थित छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर एमके वर्मा के ऊपर आपराधिक मामला दर्ज होने का खतरा बढ़ रहा है। कभी पुराने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपना स्कूल का सहपाठी बात कर जहां से बचते रहे डॉक्टर एमके वर्मा भाजपा सरकार बनने के बाद कभी भी भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त हो सकते हैं। लेकिन 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती के मौके पर उपमुख्यमंत्री और तकनीकी शिक्षा मंत्री विजय शर्मा सहित अन्य भाजपा नेताओं के लिए कार्यक्रम आयोजित करवरकर अपने लिए सॉफ्ट कॉर्नर खोज रहे हैं। इस काम में उनकी मदद करने वाले उनके खास दैनिक वेतन भोगी किशोर भारद्वाज और विवेक मिश्रा खास तरह की जुगत में लगे हुए हैं।
राष्ट्रबोध के पास इस बात के पुख्ता प्रमाण है कि, कुलपति डॉ एमके वर्मा के ऊपर दोहरा आर्थिक लाभ लेने का आर्थिक अपराध का प्रमाणिक आरोप है।
जिसे कांग्रेस सरकार में दबावाया गया। कुलपति के संवैधानिक पद पर रहते हुए कंसल्टेंसी फीस लेना भी दोहरा आर्थिक लाभ लेने का अपराध है। यूटीडी के शिक्षकों की भर्ती में भारी
परिवारवाद जातिवाद को बढ़ावा देने के साथ जमकर भ्रष्टाचार किया गया। भाजपा सरकार बनने के बाद अब सारे आप जांच में सिद्ध होने की स्थिति में है।
छत्तीसगढ़ में निजाम बदलते ही पाला बदलने वाले कुलपति के गरीबी सूत्रों से पता चला कि आजकल सब खुद को भाजपा से जुड़ी एक खास विचारधारा का बताने लगे हैं !
सभी मंत्रियों विधायकों को साध लिया और वे सभी लोग कुलपति के झांसे में आ गये।
चुनाव के दौरान भाजपा ने जो नारा दिया था “अब नई सहिबो, बदल के रहिबो ” इस नारे से जितने भी भ्रष्ट और भ्रष्टाचार के आरोपों में लिफ्ट अधिकारी और प्रशासनिक तत्व है वे सभी खासे घबराए हुए हैं ! भूपेश सरकार में लिफ्ट रहते जिस तरह से छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई में जबरदस्त भ्रष्टाचार किया गया उससे बचने के लिए कई तत्वों को भाजपा के बड़े नेताओं को साधने में लगाया गया है।
भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद कुलपति की कुर्सी पर काबिज डॉक्टर एमके वर्मा के संरक्षण में चल रहे भ्रष्टाचार की एक-एक परत आने वाले दिनों में राष्ट्रबोध के माध्यम से उतारी जाएगी
भूपेश बघेल के स्कूली मित्र होने के कारण कुलपति बने डॉ. एमके वर्मा ने भाजपा नेताओं को पटाने की जुगत लगाई…!