सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन हमेशा अपने कर्मचारियों के ईमानदार और उल्लेखनीय प्रयासों को मान्यता देता रहा है और इसके लिए उन्हें सम्मानित करता रहा है। ये प्रयास, चाहे कार्यस्थल पर उनके सराहनीय कार्यों का प्रदर्शन हो या सुरक्षा प्रोटोकॉल का सचेत अनुपालन हो, भिलाई इस्पात संयंत्र में ईमानदार प्रयासों की हमेशा सराहना की जाती है। ऐसे असधारण कार्य के लिए कर्मचारियों को विभिन्न पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं, जिनमें पाली एवं कर्म शिरोमणि पुरस्कार, नेहरू पुरस्कार, श्रम पुरस्कार आदि शामिल हैं।
संयंत्र के कर्मचारियों को इस तरह के पुरस्कारों से सम्मानित करने का मुख्य उद्देश्य, सुरक्षा के मानक मापदंडों का पालन करते हुए संगठनात्मक उद्देश्यों को पूर्ति करके कार्यस्थल पर उनके द्वारा प्रदर्शित ईमानदार प्रयासों और कड़ी मेहनत को स्वीकार करना और सम्मान देना है।
ऐसी ही एक पहल में, कर्मचारियों को किसी विशेष कार्य या शिफ्ट के दौरान उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभाग प्रमुख द्वारा प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाता है।भिलाई इस्पात संयंत्र के तीन अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ये पुरस्कार अर्जित किए। मुख्य महाप्रबंधक (यूआरएम) श्री अनीश सेनगुप्ता ने, सहायक महाप्रबंधक (यूआरएम) श्री आनंद कुमार टाके, सहायक प्रबंधक (यूआरएम) श्री संजीव कुमार पंत और सहायक प्रबंधक (आर एंड सी लैब) श्री अरुण कुमार को प्रशंसा पत्र के साथ सम्मानित किया।
श्री सेनगुप्ता ने संबंधित अधिकारियों की सराहना करते हुए प्रशस्ति पत्रों में यह उल्लेख किया कि, “मैं आपके द्वारा किए गए अच्छे काम की सराहना करता हूं। मुझे आशा है, कि आप भविष्य में भी अपने ईमानदार प्रयास जारी रखेंगे और दूसरों के बीच उत्कृष्टता की संस्कृति का प्रसार करेंगे।”
उल्लेखनीय है कि श्री आनंद कुमार टाके को यह सम्मान 28 सितंबर और 29 सितंबर 2023 को लगातार दो दिन प्राप्त हुआ। आनंद कुमार ने दोनों दिन सयंत्र में त्यौहार का महौल होने के बावजूद सी-शिफ्ट के दौरान 151 रेल पटरियों की रोलिंग करने का चुनौतीपूर्ण कार्य बिना किसी देरी या ब्रेकडाउन के पूरा किया था। श्री संजीव कुमार पंत और श्री अरुण कुमार को भी साल की शुरुआत में 01 जनवरी 2024 को यह प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ था।
01 जनवरी 2024 को नववर्ष पर श्री संजीव कुमार पंत और श्री अरुण कुमार ने उचित योजना के साथ 152 रेलों का निरीक्षण करके और ठेका श्रमिकों सहित सीमित जनशक्ति के माध्यम से प्रभावी ढंग से संचालन और प्रबंधन कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। 01 जनवरी, 2024 की ए-शिफ्ट के दौरान बिना किसी समस्या और ब्रेकडाउन के प्रोसेसिंग हुई।
श्री आनंद कुमार टाके ने कहा, कि अच्छे कार्यों के लिए प्रसंशा की इच्छा रखना मानव स्वभाव है, साथ ही एक समय के बाद हमारा काम नीरस हो जाता है। हालाँकि, ये प्रशस्ति पत्र बीएसपी प्रबंधन द्वारा हमें हमेशा से दी गई है। प्रयासों की सराहना करने से निश्चित रूप से सभी कर्मचारियों का उत्साह बढ़ता है और हम सभी अपने निर्धारित लक्ष्य से परे सेल और बीएसपी के लिए कुछ बेहतर हासिल करने के लिए प्रेरित होते हैं।
श्री अरुण कुमार ने कहा कि हमारा दैनिक लक्ष्य प्रति शिफ्ट 140 रेल का उत्पादन करना है। 01 जनवरी को, हमने साल के पहले दिन कुछ यादगार करने का संकल्प लिया था। हमने अपनी सीमित सीमाओं के परे जाकर सभी अधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अतिरिक्त प्रयास करने की अपील की। सभी संबंधित टीमों, सहायक विभागों और विशेष रूप से राइट्स अधिकारियों के सहयोग से, एक ही पाली में 152 रेलों के उत्पादन की उपलब्धि हासिल की गई।
श्री एस के पंत ने कहा, कि जिस तरह एक बच्चे को अच्छी पढ़ाई करने और बेहतर अंक लाने के लिए, जब उसके माता-पिता उसके अच्छे अंकों की सराहना करते हैं, तो बच्चे को प्रेरणा मिलती है, उसी तरह जब हमें सेल या बीएसपी प्रबंधन से प्रशंसा मिलती है, तो हम भी दृढ़ संकल्पित हो जाते हैं। सुरक्षा का पालन करते हुए अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाते हैं और उच्च उत्पादन व कार्य क्षमता आदि उपलब्धियां हासिल करते हैं।