भिलाई श्रमिक सभा के अध्यक्ष श्री एच एस मिश्रा के बारे में हुई अनर्गल बयान बाजी…

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भिलाई : दिनांक 19/01/2024 को  भिलाई श्रमिक सभा (एच एम एस) के कार्यवाहक अध्यक्ष  श्री प्रेम सिंह चंदेल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर के जानकारी दी। जिसमें बताया गया है कि प्रमोद मिश्रा द्वारा  भिलाई श्रमिक सभा के अध्यक्ष श्री एच एस मिश्रा के बारे जो अनर्गल बयान बाजी की है। बेबुनियाद व निराधार है। प्रमोद मिश्रा ने अपने कुंठित मानसिकता को प्रदर्शित किया है।

भिलाई की जनता जानती है कि एच एस मिश्रा भूतपूर्व एच एस सी एल कर्मचारी रहे हैं। आज भी एच सी एल के कर्मचारियों की लड़ाई लड़ रहे हैं। वर्तमान में एच एम एस छत्तीसगढ़ राज्य परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष व प्रभारी के पद पर कार्यरत हैं तथा श्री एच एस मिश्रा जी को पूरे छत्तीसगढ़ के तमाम कंपनियों व कल कारखानों में कार्यरत हजारों मजदूरों का विश्वास तथा समर्थन प्राप्त है। रही बात बी एस पी कर्मियों से लेना देना नहीं होने की बात तो बी एस पी कर्मियों के लिए लाठी एच एस मिश्रा ने ही खाई है। भिलाई इस्पात संयंत्र के आंदोलनरत साथी जो प्रबंधन के गलत आरोपों के कारण थाने में बिठाया गया था, उन बी एस पी कर्मचारियों की जमानत भी श्री एच एस मिश्रा ने ही ले रखी है। फिर भी उन पर इस प्रकार के आरोप लगाना प्रमोद मिश्रा का मानसिक दिवालियापन को उजागर करता है।  

भिलाई प्रबंधन व समस्त ट्रेड यूनियन के लोगों को यह पता है कि कई दशकों से श्री एच एस मिश्रा हर तरह से कर्मचारियों की लड़ाई लड़ रहे हैं वे पिछले कई वर्षों तक भिलाई श्रमिक सभा के महासचिव व यूनियन के अध्यक्ष रहे हैं। और अभी वर्तमान में भी भिलाई श्रमिक सभा के अध्यक्ष हैं। लंबे समय से एन जे सी एस की अल्टरनेट सदस्य के रूप में सेल कर्मचारियों की मांगों को लेकर संघर्षरत रहे हैं। दिनांक 20 जनवरी 2024 को दिल्ली में होने वाली एन जे सी एस की बैठक में भाग लेने भिलाई से रवाना हो गए हैं। भिलाई के इतिहास में तमाम संयुक्त ट्रेड यूनियनों के, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के, फेडरेशनो के आह्वान पर भिलाई श्रमिक सभा की ओर से श्री एच एस मिश्रा ने हमेशा बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है। इतिहास गवाह है।

वर्तमान में विगत वर्ष हुए स्मेफ ी के राष्ट्रीय अधिवेशन जो लोनावाला व दुर्गापुर में सम्पन्न हुए जिसमे पुन: श्री एच एस मिश्रा को स्मेफ ी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुना गया तथा भिलाई श्रमिक सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री प्रेम सिंह चन्देल को संगठन सचिव व श्री देवेन्द्र कुमार सिंह को कार्यकारणी सदस्य चुना गया। पिछले स्मेफी के राष्ट्रीय अधिवेशन जो बोकारो में सम्पन्न हुआ था। उसमें श्री एच एस मिश्रा के अनुशंषा पर ही श्री प्रेम सिंह चंदेल को संगठन सचिव व प्रमोद मिश्रा, हरिराम यादव को कार्यकारणी सदस्य तथा देवेन्द्र कुमार सिंह व हेमंत महोबिया को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में चुना गया था। श्री एच एस मिश्रा की चरण वंदना कर प्रमोद मिश्रा महासचिव बने  जबकि प्रमोद मिश्रा से काबिल व वरिष्ठ लोग यूनियन में मौजूद थे।

परंतु बिना अन्य पदाधिकारियों के सहमति के अकेले चलने की नीति के तहत जो कदम इन्होंने उठाया उसमे पूरी तरह असफल रहे। जैसे ई जीरो के लिए इन्होंने कई वरिष्ठ कर्मचारियों से 1000 रुपये चंदा  लिया। केस लगाने के लिए किन्तु आज भी केस का कोई परिणाम नही आया। बी एस पी कर्मचारियों के हितैषी प्रमोद मिश्रा ने अपने ही यूनियन के युवा पदाधिकारियो को उकसा कर टूल डाउन करवाया। जिसमें 14 युवा कर्मचारी निलंबित कर दिए गये। जिसमे से 11 लोग भिलाई श्रमिक सभा के ही पदाधिकारी थे, जबकि प्रमोद मिश्रा ने प्रबंधन का दबाव बढऩे पर यह कहा कि इनमें से कोई हमारे यूनियन का सदस्य नहीं है। टूलडाउन करवाने की जानकारी यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी  नही दी थी।

उपरोक्त घटनाओं से यूनियन के वरिष्ठ व युवा सभी साथियों में काफी रोष था। इसी वजह से सभी युवा साथियों के साथ कुछ पुराने लोग भी भिलाई श्रमिक सभा से त्यागपत्र देकर अलग अलग यूनियन में चले गए। भिलाई श्रमिक सभा की छवि धूमिल हुई इससे प्रमोद मिश्रा को यह अहसास हो चुका था कि दुबारा इनका महासचिव बनना सम्भव नहीं है। इसलिए इन्होंने कुछ नए लोगों जो भिलाई श्रमिक सभा के प्राथमिक सदस्य भी नही थे किंतु इन्ही की तरह बिना कुछ किये पद पाना चाहते थे। उनको लेकर फर्जी ई फॉर्म पंजीयक व्यवसायिक संघ रायपुर के पास भेज दिया। जिसकी जानकारी श्री एच एस मिश्रा को होने पर उन्होंने विधिवत चुनाव करा कर पंजीयन हेतु पंजीयक व्यवसायिक संघ रायपुर को भेजी एवम यूनियन के विधान का पालन करते हुए सर्वसम्मति से प्रमोद मिश्रा को भिलाई श्रमिक सभा से निष्कासित कर दिया गया है। जिसकी जानकारी प्रबंधन सहित समाचार पत्रों के माध्यम से भिलाई इस्पात संयंत्र के समस्त कर्मचारियों को है।

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