-हवन, यज्ञ, कथा पश्चात प्रसादी का किया गया वितरण
खंडवा : बच्चे जब छोटे रहते हैं मेरी मां मेरी मां और शादी के बाद तेरी मां तेरी मां करने लगते हैं मेरा आप सभी से निवेदन है बच्चों को जन्म से ही अच्छे संस्कार दें ताकि वह बड़े होकर अपने माता-पिता एवं बुजुर्गों की आज्ञा का पालन के साथ सेवा भी करें। भगवान ने अनेक रूप बनाए बच्चों से बुजूर्गों तक को गले से लगाया। उक्त बात किशोर नगर रहवासी संघ के तत्वावधान में मनोकामनेश्वर हनुमान वाटिका में चल रही संगीतमय श्रीराम कथा के विश्राम अवसर पर हनुमान कुंज श्रीधाम अयोध्या के कथा व्यास पं. सुरेंद्रदास शास्त्री महाराज ने कही। यह जानकारी देते हुए संघ अध्यक्ष पंडित प्रेम नारायण तिवारी एवं प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने बताया कि 14 जनवरी से चल रही 9 दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का सोमवार को सुबह हवन-यज्ञ के साथ श्रीरामजी के राज्याभिषेक की कथा पश्चात समापन हो गया।
हवन यज्ञ के दौरान पंडित मनोज उपाध्याय ने वैदिक मंत्रोच्चारण से हवन यज्ञ कराया। जिसमें आकाश, पृथ्वी, वायु, जल, अग्नि व वरुण देव का आह्वान करते हुए पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं ने हवन-यज्ञ में आहूति देकर सुख-शांति और विश्व कल्याण की कामना की। श्रीराम कथा में बालिका द्वारा श्रीराम के राज्याभिषेक का मंचन किया गया। भक्तों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। प्रभु श्रीराम की आरती उतारी गई। राज्याभिषेक की भव्य झांकी सजाई गई। इस अवसर पर श्री शास्त्री जी द्वारा सब कुछ सरकार तुम्ही से है, बगिया में बाहर तुम्ही से है यह चमक यह दमक तुम्ही से है…., आओ प्रभु घर-घर में दीपक जले फूलों से घर रहे सज… सुनेना है सरकार के…, सजादो गुलशन को मेरे प्रभु राम आए हैं.. आदि सहित अनेक सुंदर मनमोहक भजनों की प्रस्तुतियों पर श्रद्धालुजन जमकर झूमे। इस मौके पर प्रतिदिन प्रातः काल 6 बजे से किशोर नगर क्षेत्र में प्रभात फेरी का भी आयोजन किया गया।
जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धा श्रद्धालुजनों ने शामिल होकर पुण्य लाभ लिया। कथा विश्राम दिवस पर सोमवार के दिन प्रभात फेरी कथा स्थल से निकाली जाकर बड़ाबम, रामेश्वर होती हुई कथा स्थल पर संपन्न हुई। इस दौरान अनेक स्थानों पर प्रभात फेरी का श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। समापन अवसर पर विशाल भंडारे का भी आयोजन हुआ जिसमें शहर ही नहीं आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में पहुंचकर श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी प्राप्त की।